अमरावतीमहाराष्ट्र

क्या है ‘लाँग क्यूटी सिंड्रोम?’

दिल की धडकनों को अचानक कर देता है सुस्त या तेज

अमरावती/दि.26- ‘लाँग क्यूटी सिंड्रोम’ नामक हृदयविकार के चलते हृदय की विद्युत प्रणाली में गडबडी हो जाती है, यानि हृदय की नियमित धडकनों की रफ्तार सुस्त हो जाती है तथा धडकने कभी अचानक तेज या सुस्त हो जाती है. जिसके चलते अचानक ही चक्कर आने जैसे लक्षण दिखाई देते है.

* नींद में धडकने होती है सुस्त या तेज
जिन लोगों को ‘लाँग क्यूटी सिंड्रोम’ नामक हृदयविकार होता है, उनके दिल की धडकने नींद के समय कम-अधिक होती है और ऐसे समय हृदयाघात होने की संभावना भी अधिक रहती है.

* बंद भी पड सकता है दिल
‘लाँग क्यूटी सिंड्रोम’ में हृदय को योग्य तरीके से पंप करने में तकलीफ होती है. ऐसी स्थिति में नींद के दौरान ही दिल की धडकने कम-अधिक होकर धडकनों के रुक जाने और जान चली जाने का डर होता है.

* अनुवांशिक है बीमारी
‘लाँग क्यूटी सिंड्रोम’ यह एक अनुवांशिक बीमारी हो सकती है. साथ ही कुछ दवाओं या वैद्यकीय स्थिति से भी यह बीमारी होने की संभावना रहती है.

* कैसे करें बचाव?
इस बीमारी के लक्षणों को जानना बेहद जरुरी है. यदि परिवार में किसी को यह बीमारी है तो अनुवांशिक जांच करानी चाहिए तथा डॉक्टर की सलाह से योग्य दवाई लेनी चाहिए. इसके अलावा पोटेशियम व मैग्नेशियम का योग्य संतुलन रखना भी बेहद आवश्यक है.

* ‘लाँग क्यूटी सिंड्रोम’ की बीमारी को लेकर जागरुकता होना बेहद आवश्यक है. क्योंकि समय पर इलाज कराए जाने से गंभीर समस्याओं को टाला जा सकता है. यदि शरीर में इस बीमारी के लक्षण दिखाई देते है तो तुरंत ही डॉक्टर से सलाह ली जानी चाहिए.
– डॉ. रवि भूषण
फिजिशियन, जिला सामान्य अस्पताल.

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