* मामले की वस्तुस्थिति
* गट्टानी से चर्चा करेगी राज्य सरकार
अमरावती/दि.4- जिला सामान्य अस्पताल के ठीक सामने इर्विन चौक पर स्थित डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा के इर्द गिर्द का परिसर सुंदर, दर्शनीय बनाने की मांग को देखते हुए और गत शाम राज्य विधानसभा में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा बैठक बुलाने की घोषणा से लगता है कि बरसों से अटका यह मसला अब हल हो सकता है. इस बारे में अमरावती मंडल ने संबंधित पक्षों से वस्तुस्थिति जानी तो पता चला कि नागपुर खंडपीठ ने जिला प्रशासन की उपरोक्त जगह अधिग्रहण करने की प्रक्रिया पर रोक लगा रखी है. गत 31 जुलाई को ही इस मामले में न्या. ए.एस. चांदूरकर की कोर्ट में सुनवाई होनी थी. वह टल गई. अब शीघ्र सुनवाई होने के आसार हैं. इस बीच अमरावती मंडल से बातचीत में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर पुतला सौंदर्यीकरण समिति के समन्वयक किशोर बोरकर ने डिमांड उठाई कि सरकार को हाइकोर्ट में प्रभावी वकील की नियुक्ति करनी चाहिए.
* तीनों विधायकों ने उठाया मुद्दा
विधायक रवि राणा के ध्यानाकर्षण पर गुरुवार को स्वयं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उत्तर दिया. पखवाड़ेभर के अंदर इस विषय में बैठक बुलाने का आश्वासन सदन को दिया गया. सुलभा खोडके और बलवंत वानखडे ने भी सदन में इर्विन चौक पुतला सौंदर्यीकरण की जमीन अधिग्रहण के विषय को हल करने की मांग उठाई थी.
* गट्टानी के पास जमीन का कब्जा
डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा परिसर से सटे प्लॉट का कब्जा चंद्रशेखर मदनलाल गट्टानी के पास है. इसी स्थान के पास पहले पेट्रोल पंप था. जिसे कोर्ट के आदेश पर हटाया गया. उसके बाद जिला प्रशासन ने मई 2016 में जमीन अधिग्रहित करने अधिसूचना जारी की थी. जिस पर गट्टानी हाइकोर्ट से रोक लगाने में सफल रहे. किशोर बोरकर के अनुसार अभी मामला कोर्ट के विचाराधीन है. शीघ्र अंतिम सुनवाई हो सकती है.
* नगरसेवकों ने दिए फंड से 1.40 करोड़
उल्लेखनीय है कि भूसंपादन के लिए सरकार के 99 लाख 22 हजार जमा थे. बाकी 2 करोड़ 40 लाख 75 हजार की रकम अपेक्षित थी. उसमें भी तत्कालीन 28 नगरसेवकों ने अपनी निधि से 5-5 लाख रुपए इस प्रकार 1 करोड़ 40 लाख और नियोजन विभाग से प्राप्त 50 लाख मनपा निधि से 50 लाख 75 हजार कुल 3 करोड़ 39 लाख 98 हजार की रकम भूमि अभिलेख विभाग के पास जमा की गई है.
* मनपा का डेवलपमेंट प्लान
मनपा ने आंबेडकर स्मारक सौंदर्यीकरण का प्रारुप नक्शा वर्ष 2016 में ही मंजूर कर लिया था. शीट क्र. 41 के भूखंड क्र. 1 (भाग) की जगह पर आंबेडकर के जीवन पर दीवार शिल्प और सौंदर्यीकरण का इसमें समावेश है. प्रस्ताव को नियोजन समिति ने मंजूरी दी थी. अब राज्य शासन की पहल से संबंधित पक्षों की बैठक होने की संभावना है. सीएम ने वैसी घोषणा सदन में कर दी है. निश्चित ही लगभग दशकभर से प्रलंबित पुतला परिसर सौंदर्यीकरण का मुद्दा अब शीघ्र हल होने के आसार है.