* महाविकास आघाडी से कौन?, प्रहार के चौधरी मैदान में
अमरावती/दि.10- अमरावती संभाग स्नातक विधान परिषद निर्वाचन क्षेत्र अनेक मायनो में अनूठा है. एक बार इस क्षेत्र से उच्च सदन पहुंचा व्यक्ति बारंबार निर्वाचित होता है. ऐसे में शिंदे-भाजपा गट के उम्मीदवार और वर्तमान विधायक अकोलावासी डॉ. रणजीत पाटील भी किस्मतवाले माने जा रहे हैं. उन्होंने चार माह से ही तैयारी छेड रखी हैं. पार्टी ने उनके नाम की घोषणा पहले ही कर दी थी. जबकि प्रतिस्पर्धी महाविकास आघाडी का प्रत्याशी नामांकन समाप्ती की घडी नजदीक आने पर भी तय नहीं हो सका है. जिससे कहा जा रहा है कि डॉ. पाटील की राह इस बार भी सरल रहने वाली है. इतना जरुर है कि सत्तारुढ गठजोड को समर्थन कर रहे बच्चू कडू के प्रहार ने अपना उम्मीदवार उतार दिया है. किरण चौधरी ने पर्चा भी दाखिल कर दिया. अब शिंदे-फडणवीस सरकार की तरफ से कडू को मनाया जाएगा.
* निर्वाचन क्षेत्र का इतिहास
अमरावती संभाग का यह निर्वाचन क्षेत्र 56 तहसीलों में फैला है. यहां पहले बी.टी. देशमुख लगातार पांच बार चुनाव जीते. जिसमें नुटा की भूमिका बेशक महत्वपूर्ण रही. अब कयास लगाए जा रहे कि डॉ. रणजीत पाटील भी हेट्रीक पूर्ण कर लेंगे. महाआघाडी का उम्मीदवार तय नहीं होने से उनके आधी लडाई जीतने के दावे भी भाजपाई कर रहे हैं. तथापि हाल के अमरावती विश्व विद्यालय सीनेट चुनाव में भाजपा समर्थित संगठन को मिले अंदरुनी झटकों की अवश्य चर्चा हो रही है.
* अमरावती, यवतमाल महत्वपूर्ण
स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में 185925 वोटर्स का पंजीयन हुआ है. पिछली बार के मुकाबले तकरीबन 25 हजार की संख्या कम है. नए स्नातक का आंकडा जोड ले तो यह संख्या निश्चित ही और अधिक हो सकती थी. बहरहाल इसमें भी जानकारों के मुताबिक अमरावती और यवतमाल जिला महत्वपूर्ण रहेगा. क्योंकि आधे वोटर्स इन दो जिलों में ही पंजीकृत है. जिससे यहां पर निश्चित ही उम्मीदवार का ध्यान अधिक रहेगा. यहां आघाडी लेने वाला प्रत्याशी जीत की सीढी चढेगा.
* पटोले आकर गए
महाविकास आघाडी की तरफ से यहां कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारने जा रही है. अकोला के डॉ. सुधीर ढोणे ने काफी पहले से तैयारी कर रखी है. कांग्रेस ने पांच जिलो में व्याप्त निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता पंजीयन की जवाबदारी मिलिंद चिमोटे को सौंपी थी. कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने पहली बार वोटर पंजीयन में परिश्रम किया. हालांकि अब तक वह अधिकृत नाम की घोषणा नहीं कर सकी है. उसके प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले सोमवार को अमरावती आकर गए. उन्होंने सात नामों पर चर्चा होने की जानकारी पत्रकारों को दी. जिसमें डॉ. ढोणे के साथ मिलिंद चिमोटे, डॉ. महेंद्र लोढा, धीरज लिंगाडे का समावेश होने की खबर है. अंतिम घोषणा 12 जनवरी को करने की बात पटोले ने कही है. ताजा जानकारी के मुताबिक आज नागपुर में हो रही प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में भी स्नातक व शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव को लेकर विचार विमर्श हुआ है. 12 जनवरी को नामांकन का आखरी दिन है. पटोले उसी दिन नाम की घोषणा करेंगे. कांग्रेस की सावधानी बताती है कि उसे विद्रोह की आशंका है.
उधर भाजपा ने तैयारी कर रखी है. कल उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में डॉ. पाटील नामांकन दाखिल करेंगे. उससे पहले दशहरा मैदान पर स्नातक वोटर सम्मेलन भी होने जा रहा है. भाजपा ने अपने सभी पदाधिकारियों को सम्मेलन के साथ कल संभागीय आयुक्त कार्यालय भी आने का आवाहन किया है. भाजपा राज्य में सत्तारुढ है. जिससे कहा जा रहा है कि डॉ. रणजीत पाटील की कथित निष्क्रियता के बावजूद यहां भाजपा का कब्जा कायम रह सकता है.