अमरावतीमहाराष्ट्र

नववर्ष के संकल्प क्या नहीं होते पूरे

प्रेरणा व अनुशासनबद्ध नियोजन की जरुरत

अमरावती /दि.11– नये साल की शुरुआत होते ही कई लोग अपनी दैनंदीन जीवन शैली व कामकाज को लेकर विविध संकल्प लेते है. लेकिन अधिकांश लोगों का संकल्प एक माह के भीतर ही टूट जाता है. साथ ही कई बार अच्छा खासा नियोजन करने के बाद भी संकल्प पूरे नहीं हो पाते. ऐसे अनेकों उदाहरण आसपास ही देखे जा सकते है.
संकल्प बीच में ही क्यों टूट जाते है, इसे लेकर मानसोपचार विशेषज्ञों द्वारा कई तरह की वजहें बतायी जाती है. जिसके तहत कहा जाता है. कि, कोई भी संकल्प करते समय छोटे-छोटे उद्देश्य सामने रखते हुए बडे संकल्प की तैयारी करना अपेक्षित होता है. साथ हीसंकल्प करने हेतु प्रेरणा सबसे महत्वपूर्ण होती है. संकल्पों को ध्येय की भार नहीं होती, क्योंकि संकल्प और ध्येय दो अलग-अलग बाते है. ध्येय के लिए व्यक्ति पूरी ताकत के साथ काम करता है. क्योंकि उस व्यक्ति के लिए उसका ध्येय काफी महत्वपूर्ण होता है. वहीं संकल्प यह जीवन में कुछ अतिरिक्त करने के लिए लिया जाता है, जो पूरा हुआ, तो ठीक और यदि पूरा नहीं हुआ, तो इससे कोई विशेष फर्क नहीं पडता, ऐसा कई लोगों का मानना रहता है.

* क्यों पूरे नहीं होते संकल्प?
– गैरवाजिब उम्मीदें
कई बार नववर्ष के शुरु होने से पहले कई लोग उनके लिए संभव नहीं रहने वाली बातों का संकल्प कर लेते है. जिन्हें पूरा करना काफी मुश्किल होता है.
– नियोजन का अभाव
कई बार संकल्प को पूर्ण करने हेतु योग्य नियोजन भी नहीं किया जाता. जिसके चलते संकल्प को पूरा करने में अक्सर असफलता प्राप्त होती है.
– मन पर नियंत्रण नहीं रहना
इस व्यक्ति का अपने मन पर नियंत्रण नहीं है. उसके द्वारा लिये गये संकल्प कभी पूरे ही नहीं हो सकते, ऐसे में संकल्प पूर्ण करने हेतु मन पर नियंत्रण रहना जरुरी है.

* संकल्प पूर्ण करने हेतु क्या करें?
– छोटे लक्ष्य से शुरुआत
किसी भी बडे लक्ष्य तक पहुंचने हेतु लगने वाले समय की वजह से कई लोग मानसिक तौर पर टूटकर निराश हो जाते है. ऐसे में छोटे-छोटे लक्ष्य तय करते हुए शुरुआत करना जरुरी होता है.
– स्मार्ट तत्वों का अवलंब जरुरी
सहज संभव रहने वाले संकल्प से शुरुआत करे और फिर धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से संकल्प की क्षमता को बढाये.
– आदतों पर ध्यान केंद्रीत करें
पूरानी आदतों को छोडने तथा नई आदतों के तैयार होने में थोडा वक्त लगता है. ऐसे में अपनी आदतों पर ध्यान केंद्रीत करते हुए उनमें बदलाव का प्रयास करें.

* अक्सर ही कई लोगों द्वारा लिये गये संकल्प पूरे नहीं हो पाते है, बल्कि ऐसे संकल्प बीच में ही टूट जाते है. क्योंकि संकल्प के साथ कोई ध्येय नहीं जुडा होता और संकल्प पूरा नहीं होने पर कोई फर्क नहीं पडने की मानसिकता भीरहती है. इसके अलावा संकल्प पूरा करने हेतु प्रेरणा व अनुशासनबद्ध नियोजन का भी अभाव रहता है. यदि इन तमाम बातों पर ध्यान देकर छोटे-छोटे लक्ष्य तय किये गये, तो संकल्पों को पूरा किया जा सकता है.
– डॉ. अमोल गुल्हाने,
मानसोपचार विशेषज्ञ.

Back to top button