जब बच्चों ने कलेक्ट्रेट पर लगायी स्कुल
शाला की मांग को लेकर घुमंतू समुदाय के बच्चे धमके जिलाधीश कार्यालय पर
अमरावती/दि.30– नांदगांव खंडेश्वर तहसील अंतर्गत मंगरूल चवाला स्थित प्रश्नचिन्ह स्कुल की इमारत और वाचनालय को दुबारा नये सिरे से बनाये जाने की मांग को लेकर इस स्कुल में पढनेवाले घुमंतू समुदाय के बच्चों और उनके अभिभावकों ने आज स्थानीय जिलाधीश कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया. साथ ही पढाई-लिखाई के प्रति अपनी ललक प्रदर्शित करने हेतु जिलाधीश कार्यालय परिसर में ही प्रतिकात्मक कक्षाएं लगायी गई. जहां पर बडी कक्षाओं के बच्चों ने निचली कक्षाओं के छोटे बच्चों की पढाई करवायी.
उल्लेखनीय है कि समाज का सबसे वंचित तबका रहनेवाले घुमंतू समुदाय के बच्चों को पढा-लिखाकर सामाजिक विकास की मुख्य धारा में लाने हेतु इसी समुदाय से वास्ता रखनेवाले मतीन भोसले नामक सामाजिक कार्यकर्ता ने मंगरूल चवाला में प्रश्नचिन्ह नामक स्कुल शुरू की थी. किंतु कालांतर में नागपुर-मुंबई समृध्दी महामार्ग के निर्माण की वजह से मंगरूल चवाला गांव स्थित से होकर प्रश्नचिन्ह स्कुल की जमीन व इमारत का भी अधिग्रहण किया गया. ऐसे में इस शाला के स्थलांतरण और पुनर्वास का मसला प्रलंबित हो गया. जिसकी प्रशासन द्वारा काफी हद तक अनदेखी की गई. ऐसे में प्रशासन पर अपनी पढाई-लिखाई को लेकर ढुलमूल रवैय्या अपनाने का आरोप लगाते हुए शाला के विद्यार्थियों ने जल्द से जल्द अपने स्कुल की नई इमारत और वाचनालय के निर्माण की मांग को लेकर जिलाधीश से मुलाकात करते हुए राज्य सरकार को निवेदन सौंपा.
यह ज्ञापन सौंपते समय प्रतिभा भोसले, रातरानी भोसले, नूरदास भोसले, नलू पवार, वंदना पवार व अधीन भोसले आदि सहित इस शाला के विद्यार्थी व उनके अभिभावक बडी संख्या में उपस्थित थे.