जब जनाजे के लिए रोका गया गरबा उत्सव
अचलपुर में दिखा धार्मिक सौहार्द का अनूठा नजारा
अचलपुर/दि.1- विगत कुछ दिनों से अमरावती जिले में छोटी-मोटी घटनाओं को लेकर धार्मिक व जातीय तनाव होने की खबरें सामने आती रही है. इसमें भी अचलपुर शहर को धार्मिक तनाव के लिहाज से बेहद संवेदनशील ही माना जाता है. यहां पर आज तक कई बार जातिय दंगे भी हो चुके है. लेकिन उसी अचलपुर में कल इंसानियत, सामाजिक सद्भाव और धार्मिक सौहार्द का एक अनूठा दृश्य दिखाई दिया, जब एक मुस्लिम व्यक्ति का जनाजा निकलता देख जगदंबा देवी संस्थान परिसर में नवरात्र के निमित्त आयोजीत गरबा उत्सव को बीच में ही रोक दिया गया और गरबा के उमंग व उल्लास में रहनेवाले सभी भाविक श्रध्दालुओं ने अपने स्थान पर खडे रहकर जनाजे के शांतिपूर्वक ढंग से उस परिसर से होकर गुजरने का इंतजार किया.
बता दें कि, अचलपुर के सरमसपुरा परिसर में ऐतिहासिक पार्श्वभूमि रहनेवाला श्री जगदंबा देवी संस्थान है. जहां पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी जगदंबा देवी अखाडे के संचालक मनोज भुजाडे के नेतृत्व में दांडिया उत्सव का आयोजन किया गया है. बीती रात 9 बजे के आसपास यह दांडिया उत्सव बडे उत्साह के साथ शुरू था और इस समय तक डांडीया के दो राउंड भी हो चुके थे. लगभग इसी दौरान पता चला कि, परिसर में रहनेवाले एक मुस्लिम व्यक्ति का इंतकाल हो गया है और अब उसका जनाजा डांडीया मंडप के पास से ही होकर गुजरनेवाला है. यह पता चलते ही अखाडे के प्रमुख विजय महाराज भुजाडे ने तुरंत गरबा व डांडीया को रूकवाने और जनाजे के गुजरने तक शांति बनाये रखने का आदेश जारी किया. जिसका सभी उपस्थितों ने पूरी तरह से पालन भी किया.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इससे पहले भी गणेशोत्सव के दौरान गणेश भक्तों ने मुस्लिम समाज की यात्रा के लिए अपने आयोजन को रोककर रास्ता उपलब्ध कराया था. वहीं अब जगदंबा देवी संस्थान परिसर में डांडीया उत्सव जारी रहते समय अखाडे के प्रमुख विजय महाराज भुजाडे ने धार्मिक एकता और मानवता का परिचय देते हुए मुस्लिम व्यक्ति की अंतिम यात्रा के लिए उत्सव के आयोजन को बीच में रूकवा दिया. जिसके लिए विजय महाराज भुजाडे व मनोज भुजाडे सहित डांडीया उत्सव के आयोजकों व जगदंबा देवी संस्थान के विश्वस्तों की सर्वत्र सराहना हो रही है.