जब स्वास्थ्य मंत्री सावंत की आंखे छलकी
आदिवासी बच्चों को अपने वाहन में घूमाया, चॉकलेट भी दिए
नियोजित दौरे के बीच एक आदिवासी परिवार की झोपडी में भी गए
चिखलदरा/दि.3 – मेलघाट में कुपोषण व इसकी वजह से होने वाली बाल मौतों और दस्तावेजों पर रहने वाले आंकडों की हकीकत को जानने हेतु राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत दो दिन के लिए मेलघाट क्षेत्र के दौरे पर आए हुए हैं. जिसके तहत स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने गत रोज चिखलदरा तहसील के बिहाली, सलोना व आमझरी इन आदिवासी गांवों को भेंट दी. साथ ही क्षेत्र के आदिवासियों के साथ संवाद भी साधा. इस समय स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने अपने नियोजित दौरे के बीच कई आदिवासियों से उनके झोपडीनुमा कच्चे घरों में जाकर मुलाकात की. जहां पर आदिवासी परिवारों की खस्ता हालत और दुरावस्था को देखकर उनकी आंखें छलछला उठी. स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने इस समय कुछ आदिवासी बच्चों को चॉकलेट देने के साथ ही उन्हें अपने वाहन में बैठाकर चक्कर भी लगवाया. जिसके चलते समूचे क्षेत्र में स्वास्थ्य मंत्री सावंत के दौरे की चर्चा हो रही हैं.
मेलघाट के दो दिवसीय दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत के साथ मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल, स्वास्थ्य संचालक अंबाडेकर, उपसंचालक तरंगतुषार वारे, जिला शल्य चिकित्सक डॉ. दिलीप सोैंदले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले सहित स्वास्थ्य विभाग के अनेकों अधिकारी व चिकित्सक भी शामिल हैं. जिन्हें साथ में लेकर स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र के कई ग्रामीण इलाकों का दौरा करते हुए वहां के प्राथमिक स्वास्थ्य केंंद्रों को भेंट दे रहे है और वहां पर उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा ले रहे हैं.
* अचानक रुका काफिला, सीधे घर में घुसे
स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने अपने नियोजित दौरे के बीच चिखलदरा तहसील के बिहाली गांव में अपने काफिलें को अचानक रुकवाया और हकिकत में स्वास्थ्य महकमे व्दारा किस तरह से काम किया जाता है और आदिवासियों की स्वास्थ्य के संदर्भ में क्या समस्याएं व दिक्कतें इसके बारे में उन्होंने गांव में रहने वाले महिलाओं व पुरुषों से चर्चा की. साथ ही वे एक आदिवासी की टूटी फूटी झोपडी में भी गए. जहां पर कुछ आदिवासी परिवार की अवस्था को देखकर स्वास्थ्य मंत्री सावंत की आंखें छलक गई.
* एम्बुलेंस में बैठे, विद्यार्थियों को छोडा घर
मेलघाट के दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने एक आम व्यक्ति की तरह इस क्षेत्र का दौरा किया और अपने मन के हिसाब से कई स्थानों पर रुककर जरुरी जानकारी हासिल की. इसके तहत सलोना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अग्निशमन यंत्र श्ाुरु है अथवा नहीं इसका उन्होंने प्रत्यक्ष मुआयना किया. साथ ही पास ही खडी एम्बुलेंस में जाकर बैठते हुए एम्बुलेंस के वाहनचालक से बातचीत की और एम्बुलेंस के ईंधन टैंक में कितना झीजल है इसकी जानकारी ली. यहां पर कुछ जरुरी दिशानिर्देश देने के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने छोटे बच्चों को प्रतिबंधात्मक डोज की खुराक पिलाई. सलोना गांव से आगे बढते समय उन्होंने कुछ विद्यार्थी रास्ते पर खडे दिखाई दिए, जो बोरी गांव जाने के लिए किसी वाहन का इंतजार कर रहे थे. इन विद्यार्थियों को देखकर स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने अपना वाहन रुकवाया और सभी विद्यार्थियों को अपने वाहन में बिठवाकर उनके घर पर छोडा. जबकि बोरी गांव का स्वास्थ्य मंत्री सावंत के नियोजित दौरे में सामावेश नहीं था. बोरी गांव पहुंचने पर स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने वहां के ग्रामिणों से भी मुलाकात की और बातचीत की.
* रोजगार, पौष्टिक आहार व गर्भवती महिलाओं की जानकारी ली
स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने मेलघाट में व्याप्त कुपोषण की समस्या को लेकर पूरी गंभीरता बताते हुए कहा कि, वे केवल दस्तावेजी कार्रवाई और कागजी आंकडों से संतुष्ट होने वाले नहीं हैं. बल्कि उनका प्रयास हकिकत में काम करते हुए बाल मृत्युदर को कम करना हैं. इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने मेलघाट क्षेत्र में रोजगार तथा गर्भवती व नवप्रसुता महिलाओं एवं बच्चों को दिए जाने वाले पोषाहार के बारे में भी आवश्यक जांच पडताल की.
* छोटे बच्चों के साथ रम गए स्वास्थ्य मंत्री सावंत
जिस समय स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत स्वास्थ्य महकमे के कामों की प्रत्यक्ष समीक्षा कर रहे थे तब पास में ही कुछ छोटे बच्चें खेलने कूदने मे मगन थे. जिन्हें देखकर स्वास्थ्य मंत्री सावंत उनके पास पहुंचे और बडी आत्मियता के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने इन बच्चों को चॉकलेट वितरीत किए. साथ ही कुछ बच्चों को अपनी गोद में भी लिया.