जब गुरुचरणों में तल्लीन होते हैं भाजपा के तेज तर्रार महामंत्री
मिलनसारिता और सादगी से सभी प्रभावित
* गुुरु के अवतरण दिवस पर बाकी सब दरकिनार
अमरावती/दि.2- राजकारण में सदैव सदाचरण की अपेक्षा जन-जन व्यक्त करता आया है. किंतु हाल के वर्षो में राजकारण अपने कतिपय नेताओं के कारण दूषित अधिक माना गया. ऐसे में भाजपा महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय की अंबानगरी भेंट अलहदा कह सकते हैं. इस दो दिवसीय भेंट दौरान विजयवर्गीय का अलग ही रुप सभी के सम्मुख आया. जिसे देख अब तक उनके बारे में काफी कुछ पढ और सुन चुके लोगों को भी उनके इस प्रकार सदाचार से परिपूर्णता का सुखद धक्का लगा. विजयवर्गीय ने मीडिया से दूरी रख अपने गुुरु के अवतरण दिवस पर स्वयं को मानो समर्पित कर देने वाले अंदाज में छाप छोडी, ऐसा कहा जाए तो अतिरंजना न होगी.
* भाजपा के महामंत्री
कैलाश विजयवर्गीय भाजपा के आक्रामक महामंत्री माने जाते हैं. विशेषकर पिछले वर्ष पश्चिम बंगाल के चुनाव के समय के उनके बयान लोगों को खूब याद आते हैं. उनका हमलावर रवैया कई लोग पसंद भी करते हैं. किंतु अमरावती में बुधवार शाम 5 बजे कदम रखते ही उनका अलग ही अंदाज और रुप यहां के लोगों ने प्रत्यक्ष अनुभव किया.
* झेड श्रेणी की सुरक्षा
विजयवर्गीय को झेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त हैं. वे भाजपा कार्यकर्ताओं में बडी पैठ रखते हैं. पडोस के राज्य मध्यप्रदेश में खासे लोकप्रिय है. ऐसे विजयवर्गीय जब अंबानगरी की धरा पर पधारे तो गुरुभक्ति में सराबोर नजर आए. मीडियाकर्मियों ने उनसे बाइट और बातचीत का प्रयत्न किया तो विनम्रता से मना कर दिया. सिर्फ इतना ही कहा कि, वर्ष में यह दो दिन वे अपने गुुरु के अवतरण दिवस पर बाकी सब दरकिनार कर समर्पण भाव रखना चाहते हैं. पं.पू. कनकेश्वरी देवी का अवतरण दिवस आज 2 मार्च को अनेक उपक्रमों के जरिए मनाया जा रहा हैं. भाजपा नेता ने स्थानीय आयोजकों को भी चौंका दिया और वे गुरुवार की बजाए बुधवार शाम पधारे.
* आशीष लिया और भजन में तल्लीन
विजयवर्गीय ने भाजपा के कार्यालय में संक्षिप्त भेंट देने के अलावा कोई अन्य पार्टी कार्य नहीं लिया. वे बडनेरा में पूज्य मां के मुखारबिंद से चल रही रामकथा का प्रवचन सुनने चाव से बैठ गए. मां का आशीष लेने के साथ उन्होंने संगीत का तालमेल रख भजन भी सुनाया. लोग उनके मुख से ‘छोटी-छोटी गैया, छोटे-छोटे ग्वाल…’ सुनकर विस्मित भी हुए. किंतु अपनी गुुरु की इच्छा को बडे भाजपा नेता ने विनम्रता से पूर्ण किया. इतना ही नहीं आज गुुरुवार को भी वे पूज्य मां के साथ प्रत्येक उपक्रम में सहभागी रहे. सुबह गोकुलम गौरक्षण को भेंट दी. पूर्वान्ह कोेंडेश्वर शिवलिंग का दर्शन, पूजन, अभिषेक किया. रंगीन कुर्ता-पायजामा में विजयवर्गीय सभी का दिल विजयी कर गए.