अमरावती

ओलावृष्टी के नुकसान पर सहायता का मरहम कब?

एक माह से अधिक समय बीत चुका, अब भी प्रतिक्षा कायम

अमरावती /दि.26– राज्य में नवंबर माह के दौरान हुई बेमौसम बारिश तथा ओलावृष्टि के चलते करीब 8 लाख हेक्टेअर क्षेत्र मेें फसलों का नुकसान होने का प्राथमिक अनुमान कृषि विभाग द्वारा व्यक्त किया गया है. जिसके अनुसार मदद व पुनवर्सन विभाग ने नुकसानग्रस्त क्षेत्रों के पंचनामे तत्काल करने का आदेश दिया था. परंतु एक माह से भी अधिक कालावधि बीत जाने के बावजूद भी पंचनामे अब तक पूरे नहीं हुये है. ऐसे में पंचनामें कब पूरे होगे और सहायता कब मिलेगी, इसकी ओर किसान नजरे टिकाये बैठे हुए है.

बता दें कि, राज्य में 24 से 30 नवंबर के दौरान बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि की वजह से कोंकण को छोडकर अधिकांश जिले में खेती-बाडी का अच्छा खासा नुकसान हुआ था. जिसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा दिये गये आदेश के चलते फसलों का पंचनामा करने का आदेश राहत व पुनर्वसन विभाग ने कृषि विभाग को दिया था. पंचनामें का काम युद्धस्तर पर किये जाने का स्पष्ट आदेश दिये जाने के बावजूद पंचनामे अब तक पूरे नहीं हुये है. जिसका सीधा मतलब है कि, युद्धस्तर पर काम करने के संदर्भ में दिये गये आदेश की साफ तौर पर अनदेखी की गई है. जिसकी वजह से किसानों को अब तक मदद मिलने हेतु प्रतिक्षा करनी पड रही है.

* अक्तूबर तक मदद घोषित
हाल ही में हुए राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र दौरान राज्य सरकार ने जनवरी से अक्तूबर 2023 की कालावधि के दौरान हुई अतिवृष्टि, बेमौसम बारिश व बाढ के चलते फसलों को हुए नुकसान के लिए 1,757 करोड रुपए वितरीत करने का निर्णय लिया है. जिसमें से 300 करोड रुपयों से अधिक की निधि का वितरण भी हो गया है.

– 7,88,101 हेक्टेअर क्षेत्र में फसलों का नुकसान
– 95 फीसद पंचनामें का काम पूरा होने का कृषि विभाग का दावा
– अच्छा-खासा हुआ नुकसान
– बुलढाणा – 1,28,201
– यवतमाल – 1,26,438
– अमरावती – 1,15049

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