जब हम कोई भी नशा करते है तो भविष्य में बच्चे भी नशे का शिकार हो जाते है
प्रादेशिक उपायुक्त सुनील वारे का प्रतिपादन
* समाज कल्याण विभाग में नशामुक्त पखवाडे की शुरूआत
अमरावती/ दि. 13- जब हम किसी भी प्रकार का नशा करते है तो परिवार में रहनेवाले छोटे बच्चे उसका अनुकरण करते है. जिसके कारण भविष्य में हमारे बच्चे भी नशे का शिकार हो जाते है. हमें खुद को नशे से दूर रखना चाहिए. इससे बच्चे भी अभिभावको को देखकर नशे से परावृत्त होंगे. ऐसा प्रतिपादन समाज कल्याण विभाग के प्रादेशिक उपायुक्त सुनील वारे ने किया.
स्थानीय जिला परिषद समाज कल्याण विभाग के साथ प्रादेशिक उपायुक्त, समाज कल्याण विभाग की उपस्थिति में सोमवार से सामाजिक न्याय विभाग के सभी अधिकारी- कर्मचारी तथा सामाजिक न्याय भवन परिसर में सभी महामंडल व छात्रों की उपस्थिति में नशामुक्त पखवाडे की शुरूआत की गई. इस अवसर पर सभी कर्मचारियों ने नशामुक्ति की शपथ ली. कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग के प्रादेशिक उपायुक्त सुनील वारे ने नशे के दुष्परिणामों की जानकारी देते हुए कहा कि सभी को सभी प्रकार के नशे से दूर रहना चाहिए. इससे आप अपने बच्चों के लिए एक रोल मॉडल साबित होंगे. खुद के संपर्क में रहनेवाले व्यसनाधीन व्यक्ति को अपनी तरह नशामुक्त बनाने का प्रयास करने का आवाहन उन्होंने करते हुए इस राष्ट्रीय कार्य में सहयोग देने का अनुरोध किया है. सहायक संचालक डॉ. दिनेश मेटकर ने नशा स्वास्थ्य व परिवार के लिए किस प्रकार हानिकारक होता है, इस ओर ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने कहा कि हमें नशे से दूर रहने के प्रयास करने चाहिए. इससे हमारे जीवन में खुशीहाली आयेगी. इसके लिए उन्होंने विविध उपाय योजना की जानकारी दी.
इस अवसर पर उपस्थित कुछ अधिकारी व कर्मचारी ने नशा व उनसे होनेवाले दुष्परिणामों के संदर्भ में आपबीती सुनाई. कार्यक्रम में लेखा विभाग सहायक संचालक डॉ. दिनेश मेटकर, जिला परिषद समाज कल्याण अधिकारी राजेंद्र जाधवर, लेखाधिकारी विश्वास डाखोरे, सहायक लेखाधिकारी राजेश रायकवार, सुरदसे के साथ बडी संख्या में अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन मंगला देशमुख व आभार राजेश गरूड ने माना.