पीओपी की गणेश प्रतिमा बनानेवाले मूर्तिकारों पर कार्रवाई कब?
मनपा प्रशासन के बाजार परवाना विभाग द्वारा अब तक कोई पहल नहीं
अमरावती/दि. 5 – उच्चतम न्यायालय द्वारा प्लास्टर ऑफ पेरीस की मूर्तियां तैयार करने पर शासन द्वारा पाबंदी लगाकर संबंधितो पर कडी कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाने के बाद अमरावती मनपा के बाजार परवाना विभाग द्वारा अब तक किसी भी मूर्तिकारों पर कार्रवाई नहीं की गई है. शहर में गणेशोत्सव के दौरान करीबन 300 से अधिक दुकाने लगती है और मूर्तिकारों द्वारा अन्य राज्य व जिलो में भी मूर्तियां भेजी जाती है. अनेक मूर्तिकार अभी भी पीओपी की मूर्तियों की ही बिक्री करते है.
अमरावती मनपा क्षेत्र में हर वर्ष गणेशोत्सव के दौरान गणेश मूर्तियों की बिक्री करने की 300 से अधिक दुकाने लगती है. जहां छोटी से बडी मूर्ति की बिक्री की जाती है. एक व्यवसायी गणेशोत्सव के दौरान करीबन 400 से 500 गणेश प्रतिमा की बिक्री करता है. अमरावती शहर के मूर्तिकारों की तरफ से राज्य के अन्य जिलो सहित परप्रांतो में भी गणेश प्रतिमा भेजी जाती है. सूत्रों के मुताबिक करीबन 2 लाख 75 हजार के करीब हर वर्ष गणेश प्रतिमा की बिक्री होती है. इनमें अनेक मूर्तिकार पीओपी की मूर्तियां तैयार करते है. पर्यावरण की दृष्टि से पीओपी की मूर्तियां तैयार करने पर पाबंदी है. पीओपी का इस्तेमाल न करने के आदेश हर वर्ष शासन निर्देश पर प्रशासन द्वारा निकाले जाते है. लेकिन संबंधित विभाग द्वारा इस आदेश पर अमल कर कोई कार्रवाई नहीं की जाती. इसी कारण मूर्तिकार अभी भी पीओपी की मूर्तियों की बिक्री कर रहे है. उच्चतम न्यायालय द्वारा शासन को दिए निर्देश के बाद शासन ने प्रशासन को आदेश का अनुपालन करने कहा है. लेकिन फिर भी संबंधित विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती. इस वजह से अभी भी पीओपी की मूर्तियों की बिक्री हो रही है.