अमरावती

अमरावती विद्यापीठ को कब मिलेगा नया कुलगुरु?

चयन समिती का काम चल रहा कछूआ गति से

अमरावती/दि.04– संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ में विगत 9 माह से प्रभारी कुलगुरु द्बारा काम किया जा रहा है. जिसका विद्यापीठ के शैक्षणिक व भौतिक विकास पर गंभीर परिणाम पड रहा है. परंतु इस बेहद जरुरी व गंभीर मामले की ओर पश्चिम विदर्भ क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्बारा अक्षम्य अनदेखी की जा रही है. जिसके चलते विगत 9 माह से संगाबा अमरावती विद्यापीठ में पूर्णकालिक व नियमित कुलगुरु की नियुक्ति नहीं हो पायी है.
बता दें कि, संगाबा अमरावती विद्यापीठ के तत्कालीन कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे का लंंबी बीमारी पश्चात 28 जनवरी 2023 को निधन हो गया था. तब से अमरावती विद्यापीठ का कामकाज प्रभारी कुलगुरु के भरोसे चल रहा है. इस समय डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले द्बारा अमरावती विद्यापीठ के कुलगुरु पद का प्रभार संभाला जा रहा है.

परंतु दोनों विद्यापीठों के बीच करीब 500 किमी की दूरी है और इतनी दूर बैठकर अमरावती संभाग का जिम्मा रहने वाले अमरावती विद्यापीठ का कामकाज संभालना डॉ. येवले के लिए भी संभव दिखाई नहीं दे रहा. वहीं दूसरी और व्यवस्थापन परिषद ने नये कुलगुरु की चयन प्रक्रिया हेतु एक समिति गठित की है. परंतु इस समिति का कामकाज भी बेहद सुस्त रफ्तार से चल रहा है. जिसे देखते हुए जारी वर्ष के दौरान भी अमरावती विद्यापीठ को नया कुलगुरु मिलेगा अथवा नहीं इसे लेकर काफी हद तक संदेह है.
ज्ञात रहे कि, संगाबा अमरावती विद्यापीठ से करीब 425 महाविद्यालय संलग्नित है. विगत 9 माह से पूर्णकालीक व नियमित कुलगुरु नहीं रहने के चलते विद्यापीठ सहित संभाग के पांचों जिलों में स्थित व विद्यापीठ से संलग्नित महाविद्यालयों का भौतिक व शैक्षणिक विकास प्रभावित हो रहा है. यहीं वजह है कि, विद्यापीठ का नैक मानांकन स्तर भी कम हुआ है.

* 3 माह से विज्ञापन भी प्रकाशित नहीं हुआ
नये कुलगुरु की चयन प्रक्रिया के लिए समिति का गठन हुए तीन माह का समय बीत चुका है. नये कुलगुरु पद के लिए आवेदन मंगाने हेतु विज्ञापन प्रकाशित करने, प्राप्त आवेदनों की पडताल करने उम्मीदवारों के साक्षात्कार लेने और 5 पात्र उम्मीदवारों के नाम राज्यपाल के पास भेजने की प्रक्रिया इस समिति को करनी होती है. इस पूरी प्रक्रिया में करीब 3 से 4 माह का समय लगता है. इस कार्य हेतु नोडल अधिकारी की भी नियुक्ति हो चुकी है. परंतु समिति का गठन हुए 3 माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अब तक नये कुलगुरु पद के लिए विज्ञापन ही प्रकाशित नहीं किया गया है. जिसके चलते आगे की पूरी प्रक्रिया ठप पडी है.

* मराठवाडा विद्यापीठ का विज्ञापन हुआ प्रकाशित
उल्लेखनीय है कि, डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले आगामी दिसंबर माह में सेवानिवृत्त होने जा रहे है. जिसे ध्यान में रखते हुए मराठवाडा विद्यापीठ ने सितंबर माह में ही नये कुलगुरु पद हेतु विज्ञापन प्रकाशित करते हुए आगे की प्रक्रिया शुरु कर दी है. वहीं अमरावती विद्यापीठ में अब तक नये कुलगुरु के चयन हेतु प्रक्रिया के नाम पर सन्नाटा व्याप्त है. ऐसे में इस विषय की ओर स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्बारा ध्यान दिए जाने की सख्त जरुरत है.

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