अमरावतीमहाराष्ट्र

शैक्षणिक सत्र समाप्त होते ही किताबों का वितरण, गणवेश कब मिलेगे?

मनपा की कृष्णा गारमेंटस् पर मेहेरबानी

अमरावती /दि. 27– मनपा के नर्सरी, केजी 1, केजी 2 के विद्यार्थियों को मनपा आयुक्त देवीदास पवार के हाथों किताब और खिलौनो का वितरण किया गया. विशेष यानी 3 से साढे तीन हजार विद्यार्थियों की संख्या रहनेवाली इन शालाओं में अब तक विद्यार्थी बगैर गणवेश के है. शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थियों को गणवेश नहीं दिए गए. फिर भी मनपा प्रशासन कृष्णा गारमेंटस् पर मेहेरबान क्यों? ऐसा प्रश्न पालको में निर्माण हो रहा है. जबकि दूसरी तरफ एक माह में शाला को ताला लगनेवाला है. ऐसे में खिलौनो का भी वितरण किया गया. इस कारण इन खिलौनो का इस्तेमाल कौन करेगा, ऐसा प्रश्न उपस्थित हो रहा है.

मनपा शिक्षण विभाग की शालाओं में केजी 1 और केजी 2 शुरु किया गया. पहले ही साल मनपा प्रशासन ने इस उपक्रम की शुरुआत की और इसे भारी प्रतिसाद मिला. तीन हजार से अधिक पालको ने अपने बच्चो का इन शालाओं में प्रवेश करवाया. लेकिन मनपा के अधिकारी पालको द्वारा दिखाए गए विश्वास पर खरे नहीं उतरे. शैक्षणिक सत्र शुरु होते ही विद्यार्थियों को खिताबे और गणवेश मिलना आवश्यक था. लेकिन संपूर्ण शैक्षणिक वर्ष पूर्ण होने के बावजूद किताबे और गणवेश नहीं मिली. गणवेश की निविदा प्रक्रिया संबंधित शाला के मुख्याध्यापक के माध्यम से चलाई गई. लेकिन सभी शालाओं के गणवेश के लिए एक ही ठेकेदार को निविदा कैसे?

मुख्याध्यापक पर संबंधित ठेकेदार के लिए दबाव तो नहीं डाला गया? विशेष यानी शैक्षणिक सत्र शुरु होने पर गणवेश मिलना आवश्यक रहते संबंधित ठेकेदार पर दंडात्मक कार्रवाई क्यों नहीं की गई? कृष्णा गारमेंटस् पर प्रशासन मेहेरबान क्यों? ऐसे अनेक सवाल पालक उपस्थित कर रहे है. किताबे अब मिली तो पूर्ण वर्ष विद्यार्थियों को क्या सिखाया गया, यह भी प्रश्नचिन्ह है. आगामी माह से छोटे बच्चों की शालाओं पर ताले लग जाएगे. फिर अब इस खेल के साहित्य का क्या होगा? कौन इस खेल के साहित्य से खेलेगा? ऐसा प्रश्न पालको की तरफ से किया जा रहा है. आर्थिक रुप से कमजोर पालको के बच्चे शिक्षा लेते रहने से तो यह अन्याय नहीं हो रहा, ऐसा सवाल पूछा जा रहा है.

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