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कब शुरु होगा प्रत्यक्ष निर्माण

नवनिर्माण के शिलान्यास के 2 वर्ष पूर्ण

* प्रभात टॉकीज का रामदेवबाबा मंदिर का मामला
* भक्तों और ट्रस्टियों के हठ में अटका
* राम मंदिर अयोध्या के कोषाध्यक्ष ने किया था शिलान्यास
अमरावती /दि.22– भगवान श्री रामदेवबाबा के भक्तों की संख्या सतत बढ रही है. बाबा के जम्मा जागरण, भजन-कीर्तन के बहुतेरे आयोजन धर्म नगरी अमरावती में हो रहे हैं. बाबा का प्रसिद्ध माघ मेला शीघ्र शुरु होने वाला है. जिसके अनुष्ठान व कार्यक्रमों के आयोजन हो रहे हैं. ऐसे में प्रभात टॉकीज के ठीक पीछे स्थित प्राचीन मंदिर अपने नवनिर्माण का इंतजार आज भी कर रहा है. बताते हैं कि, ट्रस्टियों और बाबा रामदेव के डायहार्ड भक्तों के बीच चल रहे हठ के कारण निर्माणकार्य प्रत्यक्ष रुप से प्रारंभ नहीं हो सका है. अमरावती मंडल ने ट्रस्टियों से बात की, तो उन्होंने गेंद भक्तों के पाले में डाल दी. वहीं नित्य दर्शन हेतु आने वाले भक्तों का कहना है कि, ट्रस्ट्री निर्माण नहीं करवा रहे.
* 31 से माघ मेला
अगली 31 जनवरी से माघ मेला उत्सव प्रारंभ हो रहा है. जिसके अंतर्गत राजापेठ तथा प्रभात टॉकीज मंदिर में जम्मा जागरण व प्रसादी के आयोजन व अनुष्ठान रखे गये हैं. किंतु मंदिर नवनिर्माण की कोई बात नहीं हो रही है. भक्तों को जम्मा जागरण के माध्यम से अपनी श्रद्धा व्यक्त करने का अवसर मिलता है.
* दो वर्ष पूर्व हुआ शिलान्यास
प्रभात टॉकीज के प्राचीन रामदेव बाबा मंदिर के नवनिर्माण की मांग वर्षों से हो रही है. जिसके बाद दो वर्ष पहले अयोध्या राम जन्म भूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष आचार्य गोविंददेव गिरि जी के शुभ हस्ते नवनिर्माण हेतु शिलान्यास किया गया. सभी ट्रस्टी इस अवसर पर उपस्थित थे. तब कहा गया था कि, कुछ हीदिनों में प्रत्यक्ष निर्माण प्रारंभ हो जाएंगा. किंतु आज तक प्रत्यक्ष निर्माणकार्य का प्रारंभ नहीं हो सका है.
* भक्त हुए नाराज, किंतु किया कुछ नहीं
पूरे दो वर्ष बीत चुके हैं शिलान्यास पश्चात मंदिर नवनिर्माण प्रारंभ नहीं हुआ है. यहां नित्य आने वाले दर्शनार्थी बडी अपेक्षा जताते हैं. किंतु नवनिर्माण के लिए कुछ करते नहीं हैं. अब माघ मेला उत्सव पश्चात निर्माण कार्य प्रारंभ होने की बातें हो रही है.
* जय बाबारी मित्र परिवार उद्देश्य से परे
भाविकों के एक समूह ने एकत्र होकर प्राचीन मंदिर के नवनिर्माण की मांग उठाई थी. इस समूह को जय बाबारी मित्र परिवार नाम दिया गया. मित्र परिवार अब केवल आयोजनों और अनुष्ठानों में व्यस्त होने का आरोप प्राचीन मंदिर के नित्य भक्त कर रहे हैं. इस बारे में पूछे जाने पर मित्र परिवार के अध्यक्ष उमाशंकर उर्फ राजू राइकवार कहते हैं कि, मंदिर निर्माण में कोई बाधा नहीं ला रहा है. मित्र परिवार के सभी सदस्य नवनिर्माण के हितैषी है. किंतु वे मानते हैं कि, दो वर्ष की अवधि लंबी होती है. इस बीच ट्रस्टियों द्वारा निर्माणकार्य शुरु कर देना चाहिए था. अब तक तो मंदिर भव्य स्वरुप में बनकर तैयार हो जाता. उन्होंने मान्य किया कि, मित्र परिवार भी अनुष्ठान व आयोजनों में लगा रहा.
* क्या कहते हैं ट्रस्टी
मंदिर के ट्रस्टियों में अनेक गणमान्य का समावेश है. जिसमें आर्किटेक्ट से लेकर प्रसिद्ध वकील और कर सलाहकार का समावेश है. इन ट्रस्टियों का कहना है कि, नवनिर्माण के लिए संस्थान तैयार हैं. कुछ भक्त अडंगा लगा देते हैं. कठोर भाषा कर देते हैं. ऐसे में निर्माणकार्य प्रारंभ करने के बाद उसमें अवरोध उत्पन्न होने की आशंका के कारण मंदिर का पुन: निर्माण प्रलंबित है.

 

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