कब खत्म होगा मुस्लिम क्षेत्र से कोेरोना अस्पताल का इंतजार?
1 करोड 35 लाख की निधि धुल खा रही है
* जिम्मेदार कौन? इसरार आलम ने उपस्थित किया सवाल
अमरावती/ दि.14- 1 करोड 35 लाख रुपए की निधि उपलब्ध होने के बावजूद वह निधि धुल खाते पडी है. मुस्लिम बहुल क्षेत्र में कोरोना अस्पताल का इंतजार कब खत्म होगा? इसके लिए जिम्मेदार कौन है? ऐसा प्रश्न हम भारत के लोग संगठन के इसरार आलम ने जारी पत्र के माध्यम से उपस्थित किया है.
इसरार आलम ने पत्र में कहा है कि राज्य व जिले में कोरोना महामारी का संक्रमण भी तेजी से बढ रहा है. कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है. अमरावती रोजाना 200 के आंकडे को छूने की कगार पर है. इसरार आलम ने अपने प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि कल अखबार में खबर पढकर बडा दुख व अफसोस हुआ कि, मुस्लिम बहुल क्षेत्र की आसिर कॉलोनी में स्थित मनपा की खाली पडी इमारत में कोरोना अस्पताल शुरु करने के लिए प्राप्त 1 करोड 35 लाख रुपए की निधि धुल खाते हुए पडी है. जबकि हम भारत के लोग संगठन पहली लहर से ही मुस्लिम बहुल क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढाने, मनपा ओपीडी अस्पताल शुरु करने हेतु प्रशासन को कई बार ज्ञापन सौंप चुके है. ऐसे में निधि उपलब्ध होने के बावजूद काम शुरु न करना समझ से परे है. जनप्रतिनिधियों ने तत्काल इसका संज्ञान लेना चाहिए और प्रशासन से सवाल कराना चाहिए कि, यह सौतेलापन क्षेत्र विशेष के लिए क्यों किया जा रहा है.