* जांच का जिम्मा अब आर्थिक अपराध शाखा के पास
* ठगबाज मिलन पोपट अब भी फरार
अमरावती/दि.25– एक चिटफंड कंपनी खोलकर निवेशकों के साथ करोडों रूपये का घोटाला करनेवाला मिलन पोपट नामक मुख्य सूत्रधार विगत अनेक दिनों से फरार चल रहा है. वहीं शहर के निवेशकों में हडकंप मचा देनेवाले इस मामले की जांच अब आर्थिक अपराध शाखा को सौंपी गई है. हालांकि अब तक अपनी जालसाजी के जरिये निवेशकों का ‘पोपट’ बना देनेवाले आरोपी का पुलिस से ‘मिलन’ होना बाकी है. ऐसे में निवेशकों द्वारा जल्द से जल्द इस आरोपी को गिरफ्तार करते हुए उसके द्वारा ठगी गई रकम वापिस दिलाये जाने की मांग की जा रही है.
बता दें कि, मिलन हिम्मतलाल पोपट नामक व्यक्ति ने स्थानीय रूक्मिणी नगर परिसर में चिटफंड कंपनी का कार्यालय खोलते हुए कई निवेशकों को पैसा निवेश करने के लिए प्रेरित किया. साथ ही करीब 1 करोड रूपये का माल समेटकर मिलन पोपट यहां से फरार हो गया. इस मामले में राजापेठ पुलिस ने विगत 22 जनवरी को एक निवेशक की शिकायत पर मिलन पोपट सहित एक महिला के खिलाफ अपराध दर्ज किया और चूंकि मामला आर्थिक अफरातफरी व गडबडी से संबंधित है. अत: 23 जनवरी को मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दी गई.
* एक ही घर के कई लोगों ने किया था निवेश
मिलन पोपट व एक महिला ने रूख्मिणी नगर परिसर स्थित मंगल कार्यालय के पास अपना चिटफंड का कार्यालय खोला. जहां पर शहर के कई लोगों से 1 हजार रूपये से लेकर लाखों रूपयों तक की तय रकम अगले पांच वर्षों के लिए ली गई. इसके लिए लकी ड्रॉ कूपन बांटते हुए कई लकी ड्रॉ भी निकाले गये. मिलन पोपट व इस महिला द्वारा दिये गये झांसे में आकर कई परिवारों में पति-पत्नी सहित अन्य सदस्यों ने इस चिटफंड में स्वतंत्र तौर पर निवेश भी किया.
* कभी प्रेस तो कभी कूलर दिया ड्रॉ में
शुरूआती दौर में मिलन पोपट नें लकी ड्रॉ निकालते हुए प्रेस व कूलर सहित कई घरेलू उपयोगवाली वस्तुएं अपने निवेशकों को दी. साथ ही 60 माह की अवधि पूर्ण होने के बाद कुछ लोगों को ब्याज की राशि सहित मूल राशि भी वापिस लौटायी. जिससे उसने निवेशकों का विश्वास अर्जीत किया और पहले की तुलना में कहीं अधिक निवेश प्राप्त किया. किंतु विगत एक वर्ष से मिलन पोपट ने लोगों का पैसा लौटाने में टालमटोल करनी शुरू कर दी. जिसके चलते धीरे-धीरे लोगोें में उसे लेकर संदेह पैदा होना शुरू हुआ. साथ ही देनदारी बढ जाने पर विगत माह मिलन पोपट अपने परिवार सहित अमरावती छोडकर फरार हो गया. जिसके बाद स्थानीय निवेशकों में जबर्दस्त हडकंप मचा और धीरे-धीरे निवेशकों ने पुलिस के पास पहुंचकर अपनी शिकायतें दर्ज करानी शुरू की. जिसके आधार पर अब मिलन पोपट के खिलाफ अपराध दर्ज हुआ है.
चिटफंड कंपनी खोलकर निवेशकों के साथ करीब 98 लाख रूपये की जालसाजी किये जाने से संबंधित मामला रविवार को ही हमारे पास जांच के लिए आया है. सभी निवेशकों के बयान दर्ज करते हुए मामले की अगली जांच की जायेगी.
– शिवाजी बचाटे
पुलिस निरीक्षक, आर्थिक अपराध शाखा