अमरावती/दि.25 – एसटी महामंडल ने आधुनिकीकरण की ओर बढते हुए पूराने कागजी टिकटो की वजाय इलेक्ट्रानिक टिकट इश्युइंग मशीन यानि ईटीआईएम का प्रयोग करना शुरु किया है. परंतु अमरावती विभाग हेतु उपलब्ध कराई गई 1,251 में से 603 ईटीआईएम नादुरुस्त है. वहीं अधिकांश ईटीआईएम अब भंगार हो गई है. जिसके चलते लगभग सभी आगारों में ईटीआईएम की कमी महसूस की जा रही है और मजबूरी में रापनि को एक बार फिर पूराने टिकट ट्रे का प्रयोग करना पड रहा है. जिसके चलते रापनि बसों में एक बार फिर टिकट पंचिंग मशीन की ‘टक-टक’ गूंजने लगी है. साथ ही बेचे गए टिकटों का हिसाब-किताब रखने में रापनि वाहकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है.
* जिले में 50 फीसद ईटीआईएम बंद
जिले के 8 आगारो में 1,251 ईटीआईएम है, जिसमें से करीब 603 यानि लगभग 50 फीसद मशीनें बंद है. इन बंद मशीनों में अधिकांश मशीनें नादुुरुस्त और कालबाह्य होकर भंगार हो गई है.
* कई बसों में फिर ‘टक-टक’
चूंकि जिले के 8 आगारों में 603 ईटीआईएम की किल्लत है. वहीं जिन मशीनों को टिकट विक्री हेतु प्रयोग में लाया जा रहा है. उसमें से कई मशीनें यात्रा के दौरान ही बंद पड जाती है. जिसकी वजह से बस वाहक को काफी परेशानियों का सामना करना पडता है. क्योंकि यदि मशीन बंद पड गई और बस में यात्रा कर रहे यात्रियों को टिकट नहीं दी गई, तो ऐसे बेटिकट यात्रियों के लिए रापनि के उडन दस्ते द्बारा संबंधित बस वाहक को ही जिम्मेदार मानकर उस पर कार्रवाई की जाती है. जिसके चलते कई वाहक अपने साथ पुरानी कागजी टिकटों का ट्रे और टिकट पंचिंग मशीन रखते है. ऐसे में जिले की अधिकांश रापनि बसोें में टिकट पंचिंग मशीन की ‘टक-टक’ सुनाई देती है.
* दिक्कत क्या है?
ईटीआईएम के अचानक बंद पडने, चार्जिंग उतर जाने, अक्षय अस्पष्ट रहने व टिकट अधूरा निकालने जैसी कई समस्याएं इन दिनों सामने आ रही है. जिनसे रापनि के वाहक भी तंग आ गए है.
* वाहकों का सिरदर्द बढा
इलेक्ट्रॉनिक मशीनों की वजह से अधिकांश वाहकों की पूरानी टिकट ट्रे को संभालने की आदत छूट गई. वहीं नये वाहकों के पास टिकट ट्रे की विक्री का आवश्यक अनुभव व प्रशिक्षण नहीं रहने के चलते गलत टिकट विक्री होने या हिसाब-किताब में गडबडी होने की संभावना बढ गई है. जिसके लिए अंत: वाहकों पर ही कार्रवाई होने का खतरा होता है. ऐसे में ईटीआईएम के नादुरुस्त होने के चलते एक तरह से वाहकों को सिरदर्द बढ गया है.
* रापनि के अमरावती विभाग अंतर्गत 8 आगारों में 1,251 ईटीआईएम है. जिसमें से 603 मशीनों में कुछ तकनीकी खराबी है. जिसकी दुरुस्ती की जा रही है. साथ ही दुरुस्त हो चुकी मशीनों का प्रयोग टिकट विक्री हेतु किया जा रहा है. यद्यपि नादुुरुस्त मशीनों की संख्या थोडी अधिक है. लेकिन जितनी मशीनें उपलब्ध है, वे आज की जरुरत के हिसाब से पर्याप्त है.
– नीलेश बेलसरे,
विभाग नियंत्रक,
रापनि अमरावती.
* किस आगार में कितनी मशीने
आगार कुल मशीनें बंद मशीनें
अमरावती 242 147
बडनेरा 156 80
परतवाडा 175 79
वरुड 186 84
चांदूर रेल्वे 199 50
दर्यापुर 149 62
मोर्शी 131 51
चांदूर बाजार 119 50
कुल 1,251 603