अमरावती

मंजूर किया गया ब्लड बैंक व उपजिला अस्पताल कब बनेगा?

डॉ. नितीन वानखडे का विधायक देवेन्द्र भुयार से खडा सवाल

वरूड प्रतिनिधि/दि.५ – शहर के ब्लड बैंक के लिए पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने 68 लाख रूपये मंजूर करवाए व ग्रामीण अस्पताल के लिए 238 लाख रूपये मान्यता दिलवाई. इसके अलावा ब्लड बैंक के साधन के लिए अलग प्रावधान किया गया. 16 माह बीत जाने के बाद भी विद्यायक देवेन्द्र भुयार ने इस सवाल के लिए पलटकर भी नहीं देखा. इसलिए वरूड में मंजूर ब्लड बैंक व उपजिला अस्पताल कब बनेगा? ऐसा सवाल भाजपा वैद्यकीय आघाडी पश्चिम विदर्भ सह संयोजक डॉ. नितीन वानखडे ने किया है.
इस संदर्भ में डॉ. नितीन वानखडे ने दिए गये पत्र में लिखा है कि वरूड शहर चिकित्सकीय सेवा का महत्वपूर्ण केन्द्र है. इस नगरी में स्त्रिरोग विशेषज्ञ, सर्जन, अस्थिरोग विशेषज्ञ, फिजीशियन बडी संख्या में है. अस्पताल के उपचार के लिए व ऑपरेशन के लिए रक्त की आवश्यकता बढ रही है. वरूड में समाजसेवका ने रक्तदाता संघ का निर्माण किया व अभी तक 25 हजार रक्त थैलियों का रक्तदान रक्तदाताओं द्बारा हुआ है. डॉ. अनिल बोंडे के प्रयासों से डॉ. प्रमोद पोतदार के मार्गदर्शन में रक्तसंग्रह केन्द्र मोर्शी व वरूड को मिला. परंतु आज रक्त, प्लाज्मा रक्तघटको के लिए अत्याधुनिक ब्लड बैंक की आवश्यकता विचार में लेकर डॉ. अनिल बोंडे ने लगातार प्रयास कर 68 लाख रूपये ब्लॅड बैंक के निर्माण के लिए मंजूर करवाए व सर्व मान्यता प्रदान की गई. उसी प्रकार ग्रामीण अस्पताल के लिए 238 लाख रूपये का निधि भी मंत्री पद के 82 दिन के काल में मंजूर किया.
विविध संगठना ने ब्लॅड बैंक के लिए आंदोलन भी किया है. भारतीय जनता पार्टी भी मंजूर ब्लॅड बैंक व ग्रामीण अस्पताल शुरू करने के लिए, विद्यायक देवेन्द्र भुयार व महाविकास आघाडी सरकार को नींद से जगाने के लिए जागते रहो आंदोलन करेगी. अब भी देवेन्द्र भुयार ने जागकर वरूडवासियों की मंजूर ब्लड बैंक व उपजिला अस्पताल निर्माण कार्य शुरू करे, ऐसी मांग भाजपा चिकित्सकीय आघाडी के डॉ. नितीन वानखडे ने की है.

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