सराफा बाजार का जर्जर खरैया मार्केट कब गिराया जाएगा
मनपा प्रशासन व्दारा नोटीस दिये जाने के बाद अब तक कोई कार्रवाई नहीं
* राजेंद्र लॉज की घटना के बाद गिरा था इस मार्केट का कुछ हिस्सा
अमरावती/ दि. 26- शहर के सराफा बाजार स्थित खरैया मार्केट काफी जर्जर अवस्था में रहने से गत 19 नवंबर की रात इस मार्केट का कुछ हिस्सा गिर गया था. भाग्यवश इस घटना में कोई जनहानी नहीं हुई थी. घटना के कुछ दिन पूर्व ही मनपा प्रशासन व्दारा इस मार्केट के संचालक खरैया बंधुओं को संपूर्ण ईमारत को जमींदोज करने की नोटीस दी गई थी. संचालक व्दारा नोटीस दिये जाने के बाद उसपर अमल न करेन पर मनपा ने कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी, लेकिन अभी तक मनपा प्रशासन व्दारा कोई कदम नहीं उठाया गया है. राजेंद्र लॉज की घटना के बाद शहर में जर्जर ईमारतों को जमींदोज करने की कार्रवाई पिछले काफी दिनों से बंद रहने के कारण नागरिकों में तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है.
जानकारी के मुताबिक सराफा बाजार में डॉ. अनिल खरैया, सुनील खरैया और संजय खरैया का मार्केट दोमंजिला मार्केट की यह ईमारत काफी जर्जर हो गई है और अनेक स्थानों पर लोहे की सलाखे भी बाहर निकली दिखाई देती है. दो हिस्सों में बंटे इस मार्केट में 33 किरायेदार दुकानदार हैं. सराफा बाजार का मार्ग संकरा रहने से और मार्केट की ईमारत पूरी तरह से जर्जर रहने से राजेंद्र लॉज की घटना को देखते हुए मनपा के भाजीबाजार जोन कार्यालय व्दारा मार्केट के संचालक खरैया बंधुओं को 4 नवंबर को इस ईमारत का स्ट्रक्चरल ऑडिट कर उसकी रिपोर्ट सात दिन के भीतर पेश करने के निर्देश उपअभियंता व्दारा दिये गए थे. साथ ही यह भी सूचित किया गया था कि, ईमारत इस्तेमाल करने में उचित न रहे तो निजी अभियंता के मार्गदर्शन में उसे ध्वस्त करे, अन्यथा उसके बाद मनपा प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा. पश्चात 21 नवंबर को मनपा की तरफ से फिर से इस मार्केट को गिराने के निर्देश दिये गए और अप्रिय घटना से बचने के लिए मनपा प्रशासन की तरफ स ही खरैया मार्केट को सील कर संपूर्ण मार्केट के किरायादारों की बिजली आपूर्ति खंडीत कर दी गई. यह मार्केट अब पूरी तरह खाली है, लेकिन अब तक चार नोटीस देने के बावजूद मनपा व्दारा कोई कार्रवाई नहीं की गई हेै. चार दिन पूर्व मनपा के पश्चिम जोन भाजीबाजार के उपअभियंता ने खरैया बंधुओं को 24 घंटे के भीतर शिकस्त निर्माण कार्य गिराने की प्रक्रिया शुरु कर उसे सात दिन के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिये है, लेकिन अभी तक खरैया बंधुओं व्दारा मार्केट को जमींदोज करने की प्रक्रिया शुरु नहीं की गई है. वहीं मनपा के संबंधित अधिकारी भी खामोश बैठे है.
मार्ग पर रहती है चहल-पहल
सराफा बाजार परिसर का मार्ग काफी संकरा है और खरैया मार्केट की जर्जर ईमारत सडक से सटकर ही है. 19 नवंबर को जब इस मार्केट का हिस्सा गिरा तब भाग्यवश वहां कोई नहीं था और रात का समय रहने से बडी अनहोनी टल गई, लेकिन इस मार्ग पर 24 घंटे यातायात रहता है. ऐसे में यह ईमारत ढही तो राजेंद्र लॉज के जैसी पुनरावृत्ति होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.
नोटीस पर अमल करने हम तैयार
खरैया मार्केट की स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट लेने के शुरु में प्रयास जारी थे, लेकिन किरायेदार दुकानदारों व्दारा इसके लिए सहयोग नहीं किया जा रहा था. मनपा की नोटीस मिलने के बाद हम नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करने तैयार हेै. मनपा को भी जवाब दिया गया है.