हडताल कब खत्म होगी, एसटी कब आयेगी?
किसानों, व्यापारियों व शालेय छात्रों द्वारा पूछा जा रहा सवाल
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एसटी हडताल का आम जनजीवन पर हो रहा परिणाम
अमरावती/दि.12 – जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आवाजाही का सबसे महत्वपूर्ण साधन रहनेवाली एसटी इन दिनोें एक तरह से ग्रहणकाल में है, क्योंकि विगत करीब तीन माह से रापनि कर्मियों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हडताल की जा रही है. जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में एसटी बस सेवा पूरी तरह से ठप्प है. जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्रोें से वास्ता रखनेवाले किसानोें, व्यापारियों तथा शालेय व महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है. साथ ही दैनंदिन कार्यों पर रापनि हडताल का असर दिखाई देने लगा है.
बता दें कि, विलीनीकरण की मांग को लेकर रापनि कर्मियों द्वारा विगत नवंबर माह से अनिश्चितकालीन हडताल करनी शुरू की गई. जिससे दीपावली जैसे त्यौहार एवं शादी-ब्याह के सीझन में रापनि की बस सेवा अचानक ही पूरी तरह से ठप्प हो गई. पश्चात सरकार द्वारा हडताल को खत्म करने और गतिरोध को दूर करने हेतु रापनि कर्मियों के साथ कई दौर की बातचीत की गई. जिसके बाद रापनि कर्मियों से काम पर लौट आने का आवाहन करते हुए उन्हें वेतनवृध्दि देने की घोषणा भी की गई. जिसकी वजह से यांत्रिक व प्रशासनिक विभाग के कर्मचारियों सहित कुछ वाहक व चालक काम पर लौटे. किंतु अधिकांश वाहक व चालक अब भी हडताल पर अडे हुए है. ऐसे में रापनि की बस सेवा पूरी तरह से ठप्प पडी हुई है. हालांकि काम पर लौट आये चालकों व वाहकों के दम पर रापनि द्वारा कुछ चुनिंदा गंतव्यों के लिए एसटी बसें चलायी जा रही है, जिनमें अन्य जिलों व तहसील क्षेत्रोें का समावेश है. किंतु ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी रापनि सेवा बंद पडी है. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को तहसील एवं जिला मुख्यालयवाले शहरों की ओर जाने के लिए निजी यात्री वाहनों का सहारा लेना पड रहा है. जिसमें उन्हें काफी अधिक पैसा खर्च करना पडता है. साथ ही इन वाहनों का कोई निश्चित टाईमटेबल भी नहीं होता. ऐसे में रापनि की बस सेवा उपलब्ध नहीं रहने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनजीवन बुरी तरह से अस्तव्यस्त है और लोगबाग रापनि कर्मियोें की हडताल खत्म होकर रापनि बसों के जल्द से जल्द शुरू होने की प्रतीक्षा कर रहे है.