अमरावती/दि.7– अमरावती शहरवासियो का अधिकारपूर्ण व्यासपीठ रहनेवाला टाउन हॉल विगत दो वर्षों से दुरूस्ती संबंधी कामों के नाम पर बंद पडा है, जो दुबारा कब शुरू होगा, यह फिलहाल निश्चित नहीं है. साथ ही स्थानीय मनपा प्रशासन द्वारा भी टाउन हॉल को दोबारा जल्द से जल्द शुरू करने के संदर्भ में कोई जल्दबाजी या गंभीरता नहीं दिखाई जा रही. जिसके चलते किसी भी तरह के छोटे-बडे कार्यक्रम के आयोजन हेतु बेहद अत्यल्प शुल्क में टाउन हॉल उपलब्ध होने की सुविधा से अमरावती शहरवासी वंचित है.
बता दें कि, कृषि विद्यापीठ के लिए हुए आंदोलन में शहीद हुए आंदोलकों की स्मृति में महानगर पालिका द्वारा 25 वर्ष पूर्व नेहरू मैदान में शहीद स्मृति स्मारक के साथ-साथ टाउन हॉल का निर्माण किया गया. इसके जरिये शहरवासियों को वैचारिक, सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन हेतु अपना एक अधिकारपूर्ण व्यासपीठ उपलब्ध हुआ. उल्लेखनीय उस समय अमरावती शहर में सभी सुविधायुक्त व सुसज्जित सांस्कृतिक भवन उपलब्ध नहीं था. ऐसे में विभिन्न तरह के सांस्कृतिक, सामाजिक, शैक्षणिक, साहित्यीक व राजनीतिक कार्यक्रमों, सभाओं व बैठकों का आयोजन टाउन हॉल में ही हुआ करता था. इसके साथ ही इसी टाउन हॉल में तभी महानगरपालिका की आमसभाएं भी आयोजीत हुआ करती थी और मनपा के जकात नाके के ऐतिहासिक निर्णय सहित प्रधानमंत्री आवास योजना के सभी कामकाज इसी टाउनहॉल में हुए है.
आम नागरिकों के लिए टाउन हॉल बेहद वाजवी दर में उपलब्ध हुआ करता था. ऐसे में यहां पर आये दिन किसी न किसी कार्यक्रम का आयोजन चलता रहता था. जिससे महानगरपालिका को भी अच्छी-खासी आय हुआ करती थी, लेकिन वर्ष 2020 के प्रारंभ में एक कार्यक्रम के दौरान टाउन हॉल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर गिर पडा. हालांकि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन किसी भी तरह के संभावित हादसे के खतरे को देखते हुए टाउन हॉल को बंद कर दिया गया. इसके पश्चात कोविड संक्रमण की लहर व लॉकडाउन के चलते टाउन हॉल पर ताला लटका रहा. हालांकि इस दौरान मनपा प्रशासन द्वारा टाउन हॉल की जगह पर सांस्कृतिक भवन सहित व्यापारिक संकुल व पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध कराने की योजना तैयार की गई. किंतु यह प्रस्ताव अब तक कागज पर ही है. इस योजना के लिए तत्कालीन आयुक्त हेमंत पवार ने प्रयास शुरू किये थे. पश्चात संजय निपाने व प्रशांत रोडे के कार्यकाल में भी इसे लेकर काफी हद तक प्रयास जारी रहे. लेकिन बावजूद इसके यह योजना व प्रस्ताव तभी मूर्त रूप में साकार नहीं हो पाये. ऐसे में यह फिलहाल तय नहीं है कि, देखभाल व दुरूस्ती के नाम पर बंद किया गया टाउन हॉल दोबारा कब शुरू होगा तथा यहां पर नई वास्तू का निर्माण कब से शुरू किया जायेगा.