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अमरावती जिले के अटल भूजल योजना के काम की जांच कब होगी

इस योजना में अनियमितता बरतनेवाले अधिकारियों को आशीर्वाद किसका

* राकांपा के तहसील उपाध्यक्ष रूपेश वालके ने की जांच की मांग
मोर्शी/ दि. 27- जिले में दो वर्ष से ड्राय जोन रहे मोर्शी, वरूड और चांदुरबाजार तहसील अटल भूजल योजना में शामिल है. इन तीनों तहसील के 217 गांव केवल कागजपत्र पर ही योजना में शामिल दिखाई देते है. लेकिन भूजल सर्वेक्षण और विकास यंत्रणा की अनदेखी के चलते विकृष्ट दर्जे के काम होते रहने से किसान हित की अटल भूजल योजना का बंटाधार होने का आरोप राकांपा के तहसील उपाध्यक्ष रूपेश वालके ने करते हुए योजना में आनेवाले तीनों तहसील के सभी गांव के संपूर्ण काम की जांच कर दोषियों को निलंबित करने की मांग राज्य के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री आदि से की है.
रूपेश वालके ने कहा है कि अटल भूजल जल योजना के तहत मोर्शी, वरूड, चांदुर बाजार तहसील के 217 गांव आते है. उन गांवों में इस योजना के तहत गाद निकालना, रिचार्ज शाप्ट तथा नहरों की देखरेख और दुरूस्ती करना, मौसम यंत्र बिठाना, जलस्तर देखने, पिेजोमीटर बिठाना, नाले का गहराईकरण करना, नहर दुरूस्ती करने समेत विविध जलसंधारण के काम और लोगों की सहायता की जाती है. लेकिन भूजल सर्वेक्षण और विकास यंत्रणा का ध्यान इस ओर नहीं है. रूपेश वालके ने हुए काम की गहन जांच कर दोषी अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की है. तीन तहसील में जारी इस योजना का बंटाधार करनेवाले अधिकारी को सत्तारूढ और विपक्ष के किन नेताओं का आशीर्वाद और सहयोग मिल रहा है, ऐसा सवाल निर्माण हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा है कि इस मामले में जिले के पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस, विधायक देवेंद्र भुयार, बच्चू कडू, यशोमती ठाकुर आदि विधानसभा अधिवेशन में मामला उठायेंगे क्या ?

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