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अमरावती /दि. 12– प्रत्येक घर में नल के जरिए साफसुथरा पानी पहुंचाना का संकल्प केंद्र व राज्य सरकार के जलजीवन मिशन के जरिए लिया गया है. इस योजना के माध्यम से जिले की 14 तहसीलों की 841 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आनेवाले विविध गांवों में जिला परिषद के ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से 666 विविध योजनाएं मंजूर की गई है. जलजीवन मिशन योजना के तहत जिले में किए जानेवाले कामों की गति समाधानकारक और अब तक 666 योजनाओं में से 467 योजनाओं के काम पूरे कर दिए गए है. वहीं शेष काम प्रगतिपथ पर है.
बता दे कि, केंद्र व राज्य सरकार ने जलजीवन मिशन के कामों को पूरा करने के लिए 31 मार्च 2024 तक समय दिया था. परंतु यह समय बीत जाने के बावजूद कुछ काम अब भी अधूरे पडे है तथा कुछ योजनाओं के लिए वन विभाग द्वारा काम करने हेतु अनुमति मिलने में दिक्कत है. राज्य व केंद्र सरकार के जरिए चलाई जानेवाली इस योजना के तहत जिले के लगभग सभी गावों का समावेश है और सभी गावों में किए जानेवाले इन कामों की स्थिति समाधानकारक है. साथ ही जिन कामों में कुछ तकनीकी दिक्कते हैं उन्हें दूर कर 100 फीसद काम पूर्ण करने के लिए प्रशासन को अच्छी-खासी कसरत करनी पड रही है.
जिले में जलजीवन मिशन अंतर्गत 70 फीसद काम पूरे हो चुके है. परंतु मेलघाट में धारणी व चिखलदरा इन दो तहसीलों के कुछ गांवों में जलापूर्ति योजना के काम पूर्ण होने के बावजूद विद्युत कनेक्शन के अभाव में जलापूर्ति का काम प्रत्यक्ष शुरु नहीं हो पाया. जिसके परिणामस्वरुप जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने महावितरण कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए तत्काल इस समस्या का समाधान निकालने के संदर्भ में निर्देश जारी किया है.
* गर्मी में फिर सिर पर हंडे
प्रति वर्ष गर्मी के मौसम दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में पिने के पानी की किल्लत महसूस होती है. जिसके चलते कई गांवों में गर्मी के मौसम दौरान नागरिकों को पेयजल की तलाश में सिर पर हंडे व घगरे लेकर दर-दर भटकना पडता है.
* रोजाना प्रति व्यक्ति 55 लीटर जलापूर्ति का नियोजन
जलजीवन मिशन अंतर्गत प्रत्येक परिवार को रोजाना 55 लीटर साफसुथरा पानी उपलब्ध कराने का नियोजन केंद्र सरकार द्वारा किया गया है. जिसके अनुसार ही जलजीवन मिशन योजना के तहत जलापूर्ति योजना पर अमल किया जा रहा है.
* वर्ष 2019 से जलजीवन
जलजीवन मिशन योजना की शुरुआत वर्ष 2019 से हुई है. हालांकि कोविडकाल के दौरान इस योजना की निविदा प्रक्रिया रुक गई थी. पश्चात वर्ष 2022-23 में निविदा प्रक्रिया पर अमल किया गया तथा साल-डेढ साल की मुदत रहने के दौरान अब तक इस योजना के तहत 467 कामों को पूर्ण कर लिया गया. वहीं अन्य काम फिलहाल प्रगतिपथ पर है.
* जिले में कितने कामों को मान्यता
जलजीवन मिशन अंतर्गत जिले भर में 666 विविध जलापूर्ति योजनाओं को मान्यता दी गई थी. जिसमें से कई काम पूरे हो चुके है तथा शेष काम प्रगतिपथ पर है.
* 30 फीसद काम प्रलंबित
जलजीवन मिशन अंतर्गत जिलेभर में 666 काम मंजूर हुए थे. जिसमें से अब तक 467 काम पूरे हुए है. यह मंजूर कामों की तुलना में 70 फीसद है. वहीं शेष 30 फीसद यानी 199 काम फिलहाल प्रगतिपथ पर है.
* जलजीवन मिशन अंतर्गत 666 काम मंजूर किए गए थे. जिसमें से 467 काम पूरे हो चुके है. वहीं शेष काम प्रगतिपथ पर है. कुछ योजना हेतु विद्युत कनेक्शन नहीं मिला है. वही कुछ योजनाओं को पूरा करने हेतु वन विभाग की ओर से अनुमति मिलने में दिक्कते आ रही है. इसके अलावा शेष योजनाएं शुरु हो चुकी है.
– स्नेहा धावडे,
उपअभियंता,
ग्रामीण जलापूर्ति विभाग,
अमरावती जिप.
* किस तहसील में कितने काम पूरे
तहसील मंजूर योजना काम पूर्ण प्रगतिपथ पर
अमरावती 28 16 12
अचलपुर 74 72 02
भातकुली 14 05 09
चांदुर रेलवे 29 27 02
चांदुर बाजार 24 21 03
चिखलदरा 133 94 39
धामणगांव रेलवे 53 42 11
धारणी 164 132 32
मोर्शी 08 06 02
नांदगांव खंडे. 44 12 32
तिवसा 44 13 31
वरुड 51 27 24
कुल 666 467 199