रेल्वे क्रॉसिंग के फाटकों से कब मिलेगी मुक्ति?
फाटक बंद रहने पर काफी समय रुका रहता है यातायात
* गंभीर स्थिति वाले मरीजों की जान पर बन जाता है खतरा
अमरावती/दि.9 – शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी कई स्थानों पर रेल्वे क्रॉसिंग फाटक स्थित है. जहां पर रेलगाडी गुजरने के समय फाटक को बंद करते हुए दोनों ओर की आवाजाही को रोक दिया जाता है. जिसे ट्रेन गुजरने के बाद खोला जाता है. इस दौरान रेल्वे क्रॉसिंग के दोनों ओर काफी देर तक यातायात बाधित रहता है और वाहनों की लंबी कतार लग जाती है. जिसे सुचारु होने मेें अच्छा खासा समय लग जाता है. ऐसे समय यदि गंभीर स्थिति वाले मरीज को लेकर जा रही एम्बुलेंस इस ट्रैफिक जाम में फंसती है, तो संबंधित मरीज की जान के लिए काफी गंभीर खतरा भी पैदा हो सकता है. ऐसे मेें यह सवाल पूछा जा रहा है कि, आखिल आम लोगों को रेल्वे फाटकों से मुक्ति कब मिलेगी.
उल्लेखनीय है कि, रेल्वे प्रशासन द्बारा रेल्वे क्रॉसिंग फाटक मुक्त नीति बनाई गई है. लेकिन इसे लेकर काफी धीमी गति से काम चल रहा है. जबकि सभी रेल्वे क्रॉसिंग पर रेल्वे ओवर ब्रिज या रेल्वे अंडर पास का काम तत्परता के साथ किए जाने की जरुरत है. ताकि किसी को भी किसी के वजह से किसी भी तरह की तकलीफ का सामना न करना पडे और वाहनों की आवाजाही सुगम तरीके से चलती रहे. किसी समय रेल्वे पटरी को पार कर लोगबाग एक ओर से दूसरी ओर जा सके. इस हेतु रेल्वे क्रॉसिंग की व्यवस्था बनाई गई और क्रॉसिंग वाले स्थान पर फाटक लगाए गए. जिन्हें रेलगाडी के गुजरने के समय बंद कर दिया जाता था. ताकि तेज रफ्तार रेलगाडी की चपेट में आकर कोई भी व्यक्ति हादसे का शिकार ना हो. लेकिन कालांतर में रेलगाडियों की संख्या बढने के चलते रेल्वे क्रॉसिंग के फाटकों को बंद करने की नौबत आने लगी. जिसकी वजह से रेल्वे क्रॉसिंग के दोनों ओर बार-बार यातायात बाधित होने लगा. ऐसे में रेल्वे प्रशासन को फाटक मुक्ति की नीति अपनानी पडी. जिसके तहत रेल्वे क्रॉसिंग वाले स्थान पर रेल्वे ओवर ब्रिज अथवा रेल्वे अंडर पास बनाने का नियोजन शुरु किया गया. लेकिन इस नीति पर बेहद धीमी गति से काम चल रहा है. जिसके चलते इस काम की सुस्त रफ्तार आम लोगों के लिए सिरदर्द साबित हो रही है.
* 3 रेल्वे क्रॉसिंग से मिला छूटकारा
उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर के राजापेठ परिसर स्थित रेल्वे क्रॉसिंग पर रेल्वे ओवर ब्रिज व रेल्वे अंडरपास का निर्माण किया गया है. इसके साथ ही अमरावती-बडनेरा मार्ग पर निंभोरा के निकट स्थित नरखेड रेल्वे क्रॉसिंग पर भी रेलवे ओवर ब्रिज बना दिया गया है. जिसके चलते अब इन दोनों रेल्वे कॉसिंग पर फाटक बंद करने की वजह से यातायात के अवरुद्ध होने की समस्या खत्म हो गई. इसी तरह टाकली मार्ग पर स्थित रेल्वे क्रॉसिंग वाले स्थान पर रेल्वे अंडरपास बना दिया गया है. ऐसे में 3 रेल्वे क्रॉसिंग पर रेल्वे फाटक की समस्या से छूटकारा मिल गया है.
* विभाग में 330 रेल्वे फाटक
यद्यपि रेल प्रशासन द्बारा रेल्वे फाटक मुक्ति की नीति अपनाई गई है, लेकिन अब भी मध्य रेल्वे के भुसावल विभाग में कुल 330 रेल्वे क्रॉसिंग पर रेल्वे फाटक जस की तस बने हुए है. जिसकी वजह से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को काफी मुश्किलों का सामना करना पडता है. कुछ ग्रामीण क्षेत्र में अंडर पास बनाए गए है. लेकिन बारिश के मौसम दौरान उनमेें पानी भर जाता है. जिसकी वजह से ऐसे अंडरपास का उपयोग नहीं हो पाता.
* इन क्रॉसिंग पर सर्वाधिक ट्रैफिक जाम
– गोपाल नगर
अमरावती-बडनेरा रेल्वे ट्रैक के दौरान गोपाल नगर रेल्वे क्रॉसिंग पर रेल्वे फाटक है. जिसे रेलगाडियों के आने व जाने के समय बंद कर दिया जाता है. ऐसे में यहां पर बडे पैमाने पर ट्रैफिक जाम होता है.
– टिमटाला
बडनेरा से नागपुर की ओर जाने वाले रेल्वे ट्रैक पर टिमटाला व मालखेड रेल्वे स्टेशन के बीच स्थित रेल्वे क्रॉसिंग पर हमेशा ही वाहनों की अच्छी खासी आवाजाही होती है और रेलगाडियों के आने व जाने के समय रेल्वे फाटक बंद रहने की वजह से बडे पैमाने पर ट्रैफिक जाम होता है.
– अकोली व लालखडी
बडनेरा से नरखेड रेल्वे ट्रैक पर अकोली एवं लालखडी के पास स्थित रेल्वे क्रॉसिंग पर अब भी रेलगाडी के आते-जाते वक्त रेल्वे फाटक बंद किया जाता है. इन दोनों स्थानों पर वाहनों की अच्छी खासी आवाजाही होती है. ऐसे में रेल्वे क्रॉसिंग फाटक बंद रहने पर इन दोनों स्थानों पर ट्रैफिक जाम हो जाता है.