अमरावती

जब बिजली की बिल भरना ही है, तो दंड क्यो भरे

तय समय पर बिजली का बिल भरकर बच सकते है जुर्माने से

अमरावती/दि.21– महावितरण के कई उपभोक्ता अपना बिजली का बिल बेहद नियमित तौर पर भरते है. परंतु वे बिल अदा करने हेतु तय की गई तारीख का ध्यान नहीं रखते और कई बार अंतिम तारीख बीत जाने के बाद बिजली का बिल अदा करते है. जिसकी वजह से उन्हे बिल के साथ-साथ विलंब शुल्क भी भरना पडता है. जबकि यदि बिल पर अंकित निर्धारित तारीख से पहले बिजली का बिल अदा किया जाता है, तो विलंब शुल्क भरने से बचा जा सकता है. ऐसे में सभी विद्युत उपभोक्ताओं ने बिल पर अंकित रहने वाली अंतिम तारीख से पहले ही अपना विद्युत बिल अदा करना चाहिए, ताकि उन्हें विलंब शुल्क न भरना पडे, इसके अलावा विद्युत बिल का ऑनलाइन भुगतान करते हुए विभिन्न तरह की सहुलियत का लाभ भी लिया जा सकता है.
उल्लेखनीय है कि, राज्य के उपमुख्यमंत्री व उर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विद्युत उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण व ग्राहकाभिमुख सेवा देने का निर्देश महावितरण के नाम जारी किया है. जिसके मद्देनजर महावितरण ने ग्राहकों को विद्युत बिल में सहुलियत देने हेतु कदम आगे बढाया. अमरावती जिले में महावितरण के 5 लाख 59 हजार 731 घरेलू ग्राहक है. जिसमें से सभी ग्राहक अपना विद्युत बिल अदा करते है, परंतु कई ग्राहकों द्बारा बिल भरने की अंतिम तारीख के बाद विद्युत बिल अदा किया जाता है. जिसके चलते उन्हें सवा फीसद दंड यानि विलंब शुल्क देना पडता है. जिसके बारे में महावितरण के विद्युत बिल पर स्पष्ट रुप से उल्लेखित रहता है. बिल अथवा देय दिनांक से 21 दिन के भीतर विद्युत बिल अदा करना होता है. जिसकी स्पष्ट मुदत देय दिनांक के नाम से दी गई होती है. महावितरण के ग्राहकों द्बारा तत्पर बिल अदायगी, ऑनलाइन पेमेंट व गो-ग्रीन की सुविधा का प्रयोग करने पर काफी सहुलियत मिलती है.
* जिले में 5 लाख से अधिक घरेलू विद्युत उपभोक्ता
जिले में कुल 5 लाख 59 हजार 731 घरेलू बिजली कनेक्शन धारक है. जिसमें से लगभग सभी ग्राहक नियमित तौर पर अपने विद्युत बिल का भुगतान करते है. परंतु कई ऐसे कनेक्शन धारक है, जो बिजली बिल अदा करने की अंतिम तारीख का ध्यान नहीं रखते. जिसकी वजह से उन्हें कई बार नाहक ही विलंब शुल्क अदा करना पडता है.
* अंतिम तिथि के बाद बिल भरने पर लगता है दंड
महावितरण के विद्युत बिल पर बिल अदा करने की अंतिम तारीख का स्पष्ट उल्लेख रहता है. बिल अथवा देयक दिनांक से अगले 21 दिन के भीतर बिल अदा करना होता है. जिसकी स्पष्ट मुदत देय दिनांक नाम से दी गई होती है. इस तारीख के बाद बिल भरने पर सवा फीसद दंड लगता है. ऐसे में ग्राहकों ने अंतिम तिथि से पहले ही विद्युत बिल अदा करना चाहिए.
* प्रतिमाह करोडों रुपयों का दंड होता है वसूल
जिले में महावितरण के 5 लाख 59 हजार 731 घरेलू, 40 हजार 598 व्यवसायिक, 7 हजार 962 औद्योगिक तथा 1 लाख 35 हजार 724 कृषि कनेक्शन धारक उपभोक्ता है. प्रतिमाह इन सभी ग्राहकों के नाम करोडों रुपयों के विद्युत बिल जारी किए जाते है और इसमें से सैकडों-हजारों ग्राहकों द्बारा अंतिम तिथि के बाद विद्युत बिल अदा किया जाता है. जो करोडों रुपयों का दंड अथवा विलंब शुल्क भरते है.
* 2 माह का बिल बकाया रहने पर काटा जाता है कनेक्शन
किसी भी ग्राहक का दो माह से अधिक समय तक विद्युत बिल बकाया रहने पर उसे बिल भरने हेतु आवाहन किया जाता है और यदि इसके बाद भी संबंधित उपभोक्ता द्बारा विद्युत बिल अदा नहीं किया गया, तो विद्युत आपूर्ति खंडित की जाती है.
* 12,392 ग्राहकों का तोडा कनेक्शन
विद्युत बिल अदा नहीं करने वाले ग्राहकों की विद्युत आपूर्ति को महावितरण द्बारा खंडित कर दिया जाता है. इसके तहत अब तक जिले में 12 हजार 392 ग्राहकों का विद्युत कनेक्शन काटा जा चुका है.
* बिल अथवा देयक दिनांक से 21 दिन के भीतर विद्युत बिल अदा करना होता है. जिसकी स्पष्ट मुदत देय दिनांक नाम से दी गई होती है. इसके पश्चात बिल भरने पर सवा फीसद दंड देना होता है. महावितरण के ग्राहकों द्बारा तत्पर बिल अदायगी, ऑनलाइन पेमेंट व गो-ग्रीन के सुविधा का प्रयोग करने पर उन्हें विद्युत बिल में काफी सहुलियत भी मिलती है.
– सुनील शिंदे,
अधीक्षक अभियंता, महावितरण

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