अमरावतीविदर्भ

शौचालय घोटाला मामले की कहां व कैसे बनाये गये फर्जी बिल

आर्थिक अपराध शाखा दोनों आरोपियों से हासिल कर रही जानकारी

 प्रतिनिधि/दि.२९

अमरावती-स्थानीय मनपा में उजागर हुए शौचालय घोटाला मामले के दोनों आरोपियों को पुलिस कस्टडी रिमांड में लेने के बाद आर्थिक अपराध शाखा अब इस मामले की पडताल कर रही है कि, दोनों आरोपियोें द्वारा फर्जी बिलों को कहां से व कैसे हासिल किया गया. इसके तहत दोनोें आरोपियोें को लेकर आर्थिक अपराध शाखा का एक दल शहर में कुछ स्थानों पर घूमा भी है, ऐसी जानकारी पता चली है. बता दें कि, विगत माह यह जानकारी उजागर हुई थी कि, मनपा के बडनेरा झोन अंतर्गत शौचालयों का निर्माण किये बिना ही शौचालयों का काम पूरा होने की बात दर्शाते हुए प्रशासन के समक्ष ७५ लाख रूपयों के फर्जी बिलों की फाईल रखी गयी थी और सरकारी तिजोरी से इस भारी भरकम राशि के अपहार का प्रयास किया गया था. यह मामला ध्यान में आते ही मनपा आयुक्त द्वारा इसकी अपने स्तर पर जांच करवाने के साथ ही इस मामले को लेकर सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करायी गयी थी. साथ ही जांच के दौरान पता चला कि, इससे पहले भी इसी तरह से मनपा को करीब डेढ करोड रूपयों का चुना लगाया जा चुका है. जिसके बाद मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को सौंपी गयी थी.

इस दौरान इस मामले में सिटी कोतवाली थाना पुलिस द्वारा नामजद किये गये बडनेरा झोन के डेटा एंट्री ऑपरेटर संदीप राईकवार व मनपा लेखा विभाग के कनिष्ठ अभियंता अनूप सारवान ने स्थानीय अदालत में अग्रीम जमानत मिलने हेतु याचिका दायर की और याचिका खारिज हो जाने पर दोनों फरार भी हो गये. जिन्हें दो दिन पूर्व ही आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने स्थानीय अदालत परिसर से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की और अदालत से इन दोनों को ३० जुलाई तक पुलिस कस्टडी में रखने का आदेश हासिल किया. जिसके बाद आर्थिक अपराध शाखा पुलिस इन दोनों आरोपियों से इस बात को लेकर पूछताछ कर रहीं है कि, उन्होंने शौचालयों के निर्माण को लेकर फाईल में लगाने के लिए फर्जी बिल कहां से व कैसे हासिल किये?, इन फर्जी बिलों को किस कंप्यूटर पर बनाया गया और इनकी प्रिंटींग कहां हुई?, इसके साथ ही इस मामले से जुडी अन्य तमाम बातों को लेकर आर्थिक अपराध शाखा द्वारा इन दोनों आरोपियोें के साथ पूछताछ की जा रही है.

इस मामले को लेकर जानकारी देते हुए आर्थिक अपराध शाखा से जुडे एक सूत्र ने बताया कि, फिलहाल यह मामला अपहार के प्रयास का है और दोनोें आरोपियों द्वारा इससे पहले कोई अपहार किया गया है अथवा नहीं, इस मामले की जांच मनपा द्वारा अपने स्तर पर की जा रही है. यदि यह साबित हो जाता है कि, दोनोें आरोपियों द्वारा इससे पहले भी इसी तरह से फर्जी बिलों की फाईल पेश कर मनपा की तिजोरी से पैसा निकाला गया है तो उनके खिलाफ सरकार तिजोरी से अपहार करने का एक और मामला भी दर्ज किया जायेगा.

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