कहां है खोडके दम्पति, चुनाव में क्या स्टैंड लेंगे?
अमरावती विधानसभा क्षेत्र में जबर्दस्त चर्चा
अमरावती/दि.10 – राज्य में 3 पार्टी की सरकार है. जिसमें एक पार्टी है राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजीत पवार), इन्हीं तीन पार्टियों की महायुति के उम्मीदवार के रुप में भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी नवनीत राणा चुनाव लड रही है. अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अमरावती जिले के नेता है संजय खोडके.
दूसरी तरफ अमरावती संभाग के मुख्यालय अमरावती विधानसभा में कांग्रेस की विधायक है सुलभाताई खोडके और अमरावती लोकसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी बलवंत वानखडे महाविकास आघाडी के उम्मीदवार के रुप में चुनाव लड रहे है.
यानि अमरावती लोकसभा के प्रमुख 2 उम्मीदवार के अलग-अलग खेमों में सुलभाताई खोडके व संजय खोडके बंटे हुए है. परंतु चुनाव प्रक्रिया के दो दौर खत्म होने और चुनाव इतना आगे बढ जाने के बावजूद अब तक यह जोडी कहीं दिखाई नहीं दे रही है.
राजनीति के जानकार कह रहे है कि, खोडके दम्पति की अवस्था ‘इधर कुआं, उधर खाई’ की बन गई है. इस जोडी के लिए अमरावती लोकसभा चुनाव गली की हड्डी बन गया है. न उगला जा रहा है और न निगला जा रहा है.
* यदि कांग्रेस का काम किया तो?
अगले विधानसभा चुनाव में सुलभाताई किस पार्टी से चुनाव लडेगी, अभी यह तय न होने के कारण यदि खोडके दम्पति कांग्रेस का काम करते है, तो भविष्य में उनके सामने मुश्किलें खडी हो सकती है. परंतु सुलभाताई खोडके का एक बडा वोट बैंक मुस्लिम समूदाय है. इसलिए खोडके दम्पति कांग्रेस के विरोध में ही भूमिका ले नहीं पा रहे. उन्हें पता है कि, कांग्रेस के पंजा चुनाव चिन्ह पर ही वे अमरावती विधानसभा का चुनाव जीते थे.
* यदि भाजपा का काम किया तो?
महायुति में शामिल अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता है संजय खोडके. इस हिसाब से उन्होंने महायुति का काम करना चाहिए. लेकिन राणा परिवार से उनकी पुरानी अदावत है. वे राणा के विषय में कोई समझौता नहीं करना चाहते. यदि उन्होंने भाजपा का काम किया, तो उनका 80 प्रतिशत वोट बैंक अभी से उनसे नाराज हो जाएगा.
* सारे समर्थक दिनेश बूब के पक्ष में
हालांकि सुलभाताई व संजय खोडके ने कोई सार्वजनिक भूमिका नहीं ली है और यह दम्पति अपने फॉलोअर्स, समर्थक व दोनों पार्टियों के नजदीकी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को कोई पॉलिटीकल निर्देश नहीं दे पाये है, लेकिन संजय खोडके और सुलभाताई खोडके के नजदीकी कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता (मुस्लिम समूदाय छोडकर) दिनेश बूब का प्रचार व काम करते दिखाई दे रहे है. संजय खोडके का एक बडा फॉलोअर वर्ग पंचवटी से विएमवि तक माना जाता है. यहां के लोग भी दिनेश बूब का प्रचार करते या वेट एण्ड वॉच की भूमिका में नजर आ रहा है. वे चर्चा के दौरान दिनेश बूब को ही सबसे योग्य उम्मीदवार बता रहे है.