
अमरावती/दि.22 – राज्य के आराध्य दैवत छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतले के लिए प्रस्तावित जगह तथा एनओसी को गुरुवार को मनपा की आमसभा में मंजूरी दिया जाना था. किंतु मनपा के सत्ताधारी भाजपाईयों को छत्रपति शिवाजी महाराज से कोई लेना देना नहीं है. अब भाजपा के लोगों की शिवाजी महाराज के प्रति श्रद्धा कहां गई ऐसा संतप्त सवाल विधायक रवि राणा ने उपस्थित किया.
विधायक रवि राणा ने कहा कि गुरुवार को मनपा की आमसभा में शिवाजी महाराज के पुतले को मंजूरी दिया जाना आवश्यक था. किंतु सत्तापक्ष व विरोधक दोनो ही एक ही सिक्के के दो पहलू है. वास्तव में भाजपा के पेट में कुछ और होठों पर कुछ और है. शिवाजी महाराज के पुतले के संबंध में समय पर आने वाले विषय में आम सभा में प्रस्ताव रखने का वादा भाजपा व्दारा किया गया था. किंतु भाजपा ने अपना वादा नहीं निभाया. भाजपा के नेताओं की करनी और कथनी में अंतर है ऐसा विधायक राणा ने कहा. साथ ही विधायक राणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि युवा स्वाभिमान पार्टी के तीनों पार्षदों के त्यागपत्र पर एक घंटे में निर्णय लेने वाले मनपा प्रशासन ने मात्र शिवाजी महाराज के पुतले को लेकर कोई तत्परता नहीं दिखाई.