अमरावती

खारकीव में जहां मिसाईल गिरी, वहीं थे अमरावती के दो छात्र

मिसाईल हमले में खारकीव की कई ईमारतें तबाह

  • अब भी 9 विद्यार्थी अटके हैं युध्दवाले क्षेत्र में

अमरावती/दि.2 – इस समय रूस तथा युक्रेन के बीच जबर्दस्त युध्द चल रहा है और रूस द्वारा युक्रेन पर बम व मिसाईलों से हमला करना शुरू कर दिया गया है. जिसके तहत युक्रेन की राजधानी कीव सहित पास में ही स्थित खारकीव शहर में चहुंओर तबाही का आलम है. ऐसे में इन दोनों शहरों में रहनेवाले स्थानीय नागरिकों सहित पढाई-लिखाई हेतु आये विदेशी छात्र-छात्राओं को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड रहा है. गत रोज सुबह रूस के खारकीव एक इमारत पर मिसाईल दागकर हमला किया. जिसमें वह इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई. इस हमले से कुछ ही समय पहले वहां रहनेवाले अमरावती के 2 विद्यार्थी वहां से आगे रवाना हुए थे, अत: वे इस हमले में सौभाग्य से बाल-बाल बच गये. इस समय भी अमरावती के करीब 9 विद्यार्थी युक्रेन में ही फंसे हुए है. जिनके अभिभावकों में चिंता का माहौल है.
बता दें कि, अमरावती जिले के कुल 11 विद्यार्थी मेडिकल पाठ्यक्रम की पढाई हेतु युक्रेन गये थे. जिसमें से युध्द शुरू होने के बाद साहिर प्रसन्नजीत तेलंग तथा अभिषेक ऋषिकेश बारब्दे नामक दो विद्यार्थी अपने परिवार में सकुशल लौट आये, लेकिन 9 विद्यार्थी अब भी युक्रेन में अटके हुए है. जिनमें ऋषभ वैभव गजभिये तथा नेहा लांडगे का समावेश है. ये दोनों ही खारकीव स्थित कराजिया नैशनल युनिर्वसिटी में एमबीबीएस की पढाई कर रहे थे. खारकीव शहर पर रूसी सेना द्वारा हमला किये जाने के बाद परसों रात कराजिया युनिर्वसिटी में रहनेवाले 100 से 150 विद्यार्थी रोमानिया बॉर्डर की ओर निकले. वहीं अगले दिन सुबह खारकीव के फ्रिडम स्क्वेअर पर बम हमला किया गया. हमले व विस्फोट के इस दृष्य को ऋषभ गजभिये ने अपने मोबाईल के जरिये वीडियो शूट किया है. इस समय ऋषभ गजभिये व नेहा लांडगे सहित खारकीव में अटके करीब 150 भारतीय विद्यार्थी ट्रेन से लिवीव नामक स्थान के लिए रवाना हो गये है. जहां से वे रोमानिया बॉर्डर पर जायेंगे. ऋषभ ने अपने माता-पिता को खुद के ट्रेन में बैठकर अगले सफर हेतु रवाना होने की जानकारी दी है. दु:खद बात यह रही कि, ऋषभ के ही छात्रावास में रहनेवाले तथा एमबीबीएस चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थी नवीनकुमार की गत रोज उस समय रूसी हमले में मौत हो गई, जब वह अपने ज्युनियर विद्यार्थियों के लिए भोजन लाने हेतु गया था. वहीं इससे पहले युक्रेन के चरणोवस्की विद्यापीठ में एमबीबीएस अंतिम वर्ष में रहनेवाले साहिल तेलंग सहित अभिषेक बारब्दे नामक दो विद्यार्थी रोमानिया से रवाना हुए भारतीय विद्यार्थियों के पहले ही जत्थे में शामिल थे और इस समय सुरक्षित तरीके से अपने परिवार के बीच पहुंच चुके है.
जोड बॉक्स, फोटो नेहा लांडगे

नेहा ने छोडा युक्रेन

मूलत: अमरावती निवासी नेहा लांडगे इस समय युक्रेन में रहते हुए एमबीबीएस की पढाई कर रही है. जिसने मंगलवार की सुबह ही अपने अभिभावकों से संपर्क किया और अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि, युक्रेन में इस समय हालात बेहद भयावह है और खारकीव स्टेशन के पास हुई बम वर्षा से आसपास की इमारतों का काफी नुकसान हुआ है. पिछले तीन दिनों से उसने मेट्रो स्टेशन पर ही आसरा लिया हुआ था. जहां पर पानी खत्म हो चुका था और भोजन की कोई व्यवस्था नहीं थी. ऐसे में ब्रेड के सूखे टुकडों पर उन्होंने जैसे-तैसे अपने दिन निकाले. किंतु इसके बाद सौभाग्य से उन्हें ट्रेन मिल गई और उन्होंने युक्रेन छोड दिया.

रोमानिया के लिए रवाना हुआ कुणाल कावरे

इसी तरह अमरावती से वास्ता रखनेवाला कुणाल कावरे इस समय युक्रेन में रहकर एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की पढाई कर रहा है. जिसने मंगलवार को ही युक्रेन छोड दिया था. कुणाल का मंगलवार की सुबह ही अपने पिता गणेश कावरे के साथ संपर्क हुआ था. तब उसने बताया था कि, वह ट्रेन के जरिये रोमानिया के लिए रवाना हो चुका है. लेकिन आगे क्या होगा, यह अभी निश्चित नहीं है. साथ ही उसने यह भी कहा कि, अपना नंबर आने पर ही उसे भारत रवाना होने की अनुमति मिलेगी.

स्वराज पुंड हुआ रोमानिया से स्वदेश रवाना

इसके अलावा युक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढाई करनेवाला स्वराज पुंड नामक छात्र युक्रेन से निकलकर रोमानिया पहुंच गया था और गत रोज दोपहर के वक्त वह रोमानिया से विमान के जरिये भारत के लिए रवाना हो चुका है. इस आशय की जानकारी स्वराज की स्थानीय अभिभावक निवेदिता चौधरी द्वारा दी गई.

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33 घंटे की रेलयात्रा के बाद युक्रेन की सीमा पार

अब भी जिले के कुछ विद्यार्थी युक्रेन के युध्दग्रस्त क्षेत्रों में फंसे हुए है. जिन्हें युक्रेन से निकलकर रोमानिया की सीमा पार करनी है. इस हेतु उन्हें करीब 33 घंटों की रेलयात्रा करनी पड रही है. जिसके बाद वे रोमानिया की राजधानी बुखारे पहुंच सकते है. जहां से उन्हें विमान के जरिये भारत वापिस भेजने की व्यवस्था की जा रही है.
स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक युक्रेन के झापरोजिया मेडिकल विद्यापीठ के करीब 1 हजार 200 विद्यार्थियोें को 33 घंटे की रेलयात्रा के बाद युक्रेन की सीमा पार करायी जायेगी. इसमें कुछ विद्यार्थी अमरावती जिले के है. जिनका उनके पालकों के साथ नियंत्रण कक्ष के जरिये नियमित संवाद चल रहा है.

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