अमरावतीमहाराष्ट्र

जहां कूडा, कर्कट रहता था, रईस ने सजा दी सुंदर बगीया

मिलिए जीएम से शाबासी और अवार्ड प्राप्त रेलकर्मी से

* मॉडल स्टेशन की प्रत्येक इमारत की घर जैसी देखरेख करते हैं
अमरावती/दि. 9– 6 जून 2020 को कोरोना महामारी दौरान अमरावती आए मध्य रेलवे के एमसीएम रईस अहमद खान साहेब खान ने जयस्तंभ चौक की तरफ से एंट्री गेट के पास उस जगह अत्यंत सुुंदर बगीचा चार वर्षो में डेवलप कर दिया. जहां उनके आने के पहले तक न केवल कूडा कर्कट पडा रहता था. बल्कि घुमंतू लोग गंदगी कर रखे थे. आज इस बगीचे की बदौलत रईस अहमद की वाहवाही हो रही है. रईस को बुधवार को महाप्रबंधक आर के यादव ने न केवल शाबाशी दी. बल्कि 10 हजार रूपए का अवार्ड भी दिया. रईस अहमद अमरावती मॉडल स्टेशन को अपना घर मानते हैं. इस स्टेशन की साफ सफाई करने में भी उन्हें परहेज नहीं है. प्रत्येक इमारत, इलेक्ट्रीक फीटिंग, पानी की फिटिंग वे तत्परता से करते हैं.

* वासेकर का सहयोग
मॉडल स्टेशन के पीछे के हिस्से में प्लेटफॉर्म नं. 4 के पास पंप क्षेत्र ें में रईस ने बगीचा साकार किया है. वह बताते हैं कि वासेकर और स्टेशन के प्रबंधकों का समय-समय पर भरपूर सहयोग, साथ मिला. फावडा, घमेला से लेकर पेड पौधे तक सभी उपलब्ध करवाए गए.

* 100 से अधिक पेड पौधे
रईस अहमद ने अमरावती मंडल को बताया कि कोरोना काल में जब रेलवे बंद थी. लोग घरों में दुबके थे तब वे अकेले इस गार्डन पर मेहनत कर रहे थे. बीमारी के बावजूद वे गार्डन से अपने आपको दूर नहीं रख पाते थे. बता दे कि रईस अहमद ने यहां 100 पेड पौधे लगाए है. जिनमें सागौन, नीम, पीपल, मीठा नीम, अनार, कडू बादाम के अलावा फूलों में मोगरा, जसवंत, गुलाब, रातरानी,चाफा, चंपा, तुलसी एलोवेरा, चमेली कई पौधे शामिल है.

* पूरा परिवार बडा खुश
रईस अहमद खान वलगांव रोड पर मौलाना आजाद कॉलोनी में रहते हैं. 12 मार्च 1996 को भुसावल डिवीजन में जॉइन हुए. जीएम के हाथों अवार्ड मिलने उपलक्ष्य उनकी पत्नी फरहाना रईस खान और पुत्री कारिया खान सहित परिवार बडा प्रसन्न हैं.

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