जोननिहाय कचरा संकलन का ठेका देने का मनपा ठेकेदारों का कडा विरोध
4 वर्ष पूर्व किए गए करार पर अमल करने की मांग
* उपायुक्त सीमा नेताम को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/ दि. 19- मनपा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों से कचरा संकलित करने का ठेका मनपा द्बारा चार वर्ष पूर्व प्रभागनिहाय दिया गया है. यह ठेका देते समय सभी ठेकेदारों से जो करार किया गया था उसे नजरअंदाज कर मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर द्बारा जोननिहाय देने की तैयारी की जा रही है. लेकिन सफाई ठेकेदारों ने इसका कडा विरोध करते हुए मनपा उपायुक्त सीमा नेताम को ज्ञापन सौंपकर करार के मुताबिक एक वर्ष बढाकर देने का अनुरोध किया है.
जानकारी के मुताबिक मनपा के साफसफाई ठेकेदार संगठन के अध्यक्ष संजय माहुलकर के नेतृत्व में मनपा आयुक्त के नाम उपायुक्त सीमा नेताम को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि 4 वर्ष पूर्व मनपा क्षेत्र के कचरा संकलन का ठेका प्रभाग निहाय विभिन्न ठेकेदारों को दिया गया था. 1 जनवरी 2019 को जब यह करार हुआ तब पहले तीन वर्ष के बाद 1 वर्ष और उसके बाद फिर 1 वर्ष ऐसे 5 वर्ष तक यह ठेका संबंधित ठेकेदारों को ही दिए जाने की बात मंजूर की गई थी. इसके मुताबिक 1 जनवरी 2022 को 3 वर्ष पूर्ण होने के बाद मनपा प्रशासन द्बारा 1 वर्ष का एक्सटेंशन दिया गया. उसके बाद यह एक्सटेंशन फिर एक साल के लिए 1 जनवरी 2023 को बढाना चाहिए था. लेकिन मनपा की आमसभा, स्थायी समिति और आयुक्त प्राधिकरण द्बारा मंजूर किए गए इस ठेके और करार को नजरअंदाज कर मनपा आयुक्त ने 1 जनवरी के बाद इस ठेके को 1 वर्ष के लिए अब तक एक्सटेंशन नहीं दिया है. करारनामे के मुताबिक 3 साल के बाद चौथे वर्ष ठेकेदारों को 8 प्रतिशत रकम बढाकर देना तय हुआ था और पांचवे वर्ष वह रकम 7 प्रतिशत और बढानी थी. लेकिन मनपा प्रशासन द्बारा तिजोरी में पैसे न रहने का कारण कर चौथे वर्ष की 8 प्रतिशत रकम बढाकर नहीं दी गई है और अब करारनामे को नजरअंदाज कर जोननिहाय कचरा संकलन का ठेका देने की तैयारी शुरू की है. इस कारण ठेकेदारों के प्रतिनिधि मंडल ने 5 जनवरी को ज्ञापन देने के बाद 17 जनवरी को फिर से मनपा उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर कचरा संकलन का ठेका 1 वर्ष के लिए बढाकर देने की मांग की है और जोननिहाय ठेका न देने का अनुरोध किया है.
* नोटिस दिए बिना मनपा की तैयारी
पिछले 4 वर्ष से विभिन्न प्रभागों के ठेकेदारों ने कचरा संकलन का काम अच्छी तरह किया है. इन चार सालों मेें दो साल कोरोना काल में ठेकेदार और सफाई कर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना मरीजों के शव उठाए साथ ही विभिन्न इलाकों में छिडकाव किया. कोरोना वॉरियर्स के रूप में महापौर द्बारा सभी ठेकेदारों को प्रमाणपत्र भी दिया गया. काम समाधानकारक रहने के कारण अब तक सभी बिल निकाले गए. सफाई मामले में कोई शिकायत भी चार वर्ष में नहीं हुई है और किसी भी ठेकेदार को नोटिस भी नहीं मिला है. इसके बावजूद एक्सटेंशन नहीं दिया जाना गलत है. मनपा आयुक्त ने जो करार हुआ है उस पर अमल कर एक वर्ष का एक्सटेंशन देना चाहिए.
संजय माहुलकर, अध्यक्ष सफाई ठेकेदार संगठना, मनपा