* एक साल में 1 हजार करोड की शराब गटक गए शराबी
* जिले में बडे पैमाने पर होती है वैध व अवैध शराब की विक्री
अमरावती/दि.20 – शराब के व्यसन की वजह से हत्या व मारपीट जैसे कई तरह के अपराध घटित होते है. इसके अलावा शराबियों द्बारा अपने घर की महिलाओं व बच्चों के साथ झगडे व मारपीट को भी अंजाम दिया जाता है. वहीं कई बार ऐसे झगडे वाली स्थिति की वजह से आत्महत्या जैसी घटनाएं भी सामने आती है. इन सबके अलावा शराब की वजह से संबंधित व्यक्ति का परिवार गरीबी और भूखमरी की कगार पर पहुंच जाता है. क्योंकि शराबी व्यक्ति द्बारा अपनी कमाई के साथ-साथ घर के अन्य सदस्यों की कमाई को भी अपने नशे की आदत पर खर्च कर दिया जाता है. ऐसे में स्थिति कुल मिलाकर यह होती है कि, भले ही घर में बीवी-बच्चे भूखे मरे और उनके पास खाने के लिए दो निवाले ना हो, लेकिन शराबियों के गले तक शराब चाहिए होती है. विगत एक वर्ष के दौरान अमरावती जिले में शराबियों द्बारा 1 हजार करोड रुपयों से अधिक की शराब गटक ली गई. इससे यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. जिले में कितने बडे पैमाने पर शराब की खपत हो रही है और कितनी बडी संख्या में शराबियों द्बारा शराब गटकी जा रही है.
उल्लेखनीय है कि, जिले में लाईसेंसधारक शराब विक्री के अलावा गांव-गांव में बडे पैमाने पर अवैध शराब की विक्री भी होती है. ग्रामीण क्षेत्र में मेहनत मजदूरी करने वाले कई लोग दिन भर काम करने के बाद थकान दूर करने के नाम पर शराब पीते है, वहीं शहरी क्षेत्र में आराम तलब नौकरी करने वाले लोगों में शराब पीना एक तरह का स्टेटस सिम्बल बन गया है. लेकिन धीरे-धीरे शराब पीने का यह शौक लत और व्यसन में तब्दिल हो जाता है. जिसके चलते शराबी व्यक्ति अपने परिवार की जरुरतों और समस्याओं को अनदेखा करना शुरु कर देता है. इसकी वजह से आगे चलकर कई परिवार बर्बाद होकर बिखर जाते है. इसके साथ ही धीरे-धीरे शराबी व्यक्ति का शरीर और स्वास्थ्य भी साथ छोडने लगता है.
* अल्कोहल का स्वास्थ्य पर होता है दुष्परिणाम
– उच्च रक्तदाब
सतत शराब पीने की वजह से इसका स्वास्थ्य पर विपरीत परिणाम होता है. शराब में रहने वाले अल्कोहल की वजह से उच्च रक्तदाब की तकलीफ होती है.
– हृदय रोग
शराब सेवन की वजह से हृदय संबंधित बीमारियों हो सकती है और हृदयाघात भी हो सकता है. इसके अलावा शराब की सेवन की वजह से दृष्टिदोष भी हो सकता है.
– लिवर व किडनी कैंसर
शराब की वजह से लिवर व किडनी खराब हो सकते है, साथ ही लिवर व किडनी में कैंसर होने का भी खतरा होता है.
– मानसिक रोग
शारीरिक स्वास्थ्य पर विपरीत परिणाम पडने के साथ-साथ शराब का असर व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर भी पडता है और वह आगे चलकर अपना मानसिक संतुलन खोते हुए मनोरोगी भी बन सकता है. शराब का यह भी एक खतरा है.
* शराब से परिवार उजड जाते है
शराब की वजह से आज तक कई लोगों के घर-परिवार बर्बाद हो गए. शहर सहित जिले में लाईसेंसधारक देशी व विदेशी शराब के साथ ही हाथभट्टी वाली अवैध गावरानी शराब भी सहज तरीके से उपलब्ध होती है. जिसके चलते लोगबाग शराब की ओर आकर्षित होकर व्यसनाधीन हो रहे है. अत: युवा पीढी को शराब पीने की प्रवृत्ति से परावृत्त करना बेहद जरुरी है.
– व्यसन मुक्ति केंद्र संचालक
* बाद में पछताते हैं शराबी
– बीवी-बच्चे छोड गए
मुझे शराब पीने का व्यसन था और मैं रोज जितने भी पैसे कमाता था. उसे शराब पीने में उडा देता था. शराब पीने की मेरी इस आदत से तंग आकर मेरे बीवी-बच्चे मुझे छोडकर चले गए है.
– पत्नी मायके चली गई
मेरा कामकाज ठीकठाक चल रहा था, तभी मुझे शराब पीने की आदत लग गई और मैं हर दिन सबेरे से भी शराब पीया करता था, जिससे तंग आकर मेरी पत्नी मुझे छोडकर चली गई. बाद में मुझे मेरे परिवार वालों ने व्यसन मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया.
– जितना कमाया सब शराब में बर्बाद
मैं मेहनत मजदूरी का काम करता था और रोज शाम को थकान उतारने के लिए शराब पीया करता था. जो आगे चलकर मेरी आदत बन गई और मेरे लिए शराब छोडना मुश्किल हो गया. इस शराब की वजह से मेरे परिवार ने मेरा साथ छोड दिया है. साथ ही मैने आज तक जितना भी कमाया. सब शराब में बर्बाद हो गया और आज मेरे पास कुछ भी नहीं है.