परतवाड़ा/अचलपुर दि.११ –: राष्ट्रीय महामार्ग (नैशनल हाइवे )के रास्ते मे आता परतवाड़ा का सफेद पुल इन दिनों आवाजाही करते नागरिको के लिए भारी मुसीबत साबित हो रहा है.पूर्व में यह लोक निर्माण विभाग अचलपुर की मिल्कियत हुआ करता था.हाइवे का काम शुरू होने के बाद इसे नैशनल हाइवे अथॉरिटी आकोला को हस्तांतरित कर दिया गया है.नगर पालिका अंतर्गत जलापूर्ति विभाग ने अपनी पेयजल की पाइप लाइन इस पुल पर बिछा रखी है.नपा ने पाइप लाइन बिछाने का काम अवैध रूप से किया, इसके लिए पीडब्ल्यूडी की कोई अनुमतीं नही ली गई.हाइवे के अधिकारियों द्वारा अनेक मर्तबा नपा प्रशासन को पत्र लिखकर पाइप लाइन हटाने को कहा गया है,लेकिन नगर पालिका के अधिकारियों को इस अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य की ओर ध्यान देने की फुर्सत ही नही है.पूर्व मुख्याधिकारी अश्विनी वाघमले के कार्यकाल में पुल पर से पाइपलाइन हटाने के लिए निधि का प्रबंध भी किया गया था.
अंग्रेजो के जमाने मे सन 1835 में इस पुल का निर्माण किया गया था.पुल को बनाने में किसी भी प्रकार की सीमेंट और लोहे का उपयोग नहीं किया गया है.विशुद्ध रूप से यह पुल ईंट और चुने से निर्मित कॉलम पर खड़ा किया हुआ है .अब नैशनल हाइवे के प्रचलित नियमो के अनुसार यह पुल कालबहाय हो चुका और इसे ढहाकर नया पुल बनाना आवश्यक हो चुका है.नये नैशनल हाइवे के परतवाड़ा सीमा अंतर्गत सभी पुलों और सड़क का काम पूर्ण हो चुका,सिर्फ यही पुल नागरिको के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है.पुराने सफेद पुल पर बड़े बड़े गड्ढे हो चुके.पिछले वर्ष नागरिको को असुविधा होने लगी थी तब संबंधित अधिकारियों ने सफेद पुल की सड़क पर डांबर का सिलकोट बिछाया था.उक्त डांबर इस सप्ताह जून माह की पहली ही बारिश में पूरा उखड़ गया है.पुराना सफेद पुल अत्यंत संकरा होने कारण सड़क पर दो पहिया वाहन चालकों के भी संतुलन बिगड़ रहा है.सिर्फ और सिर्फ नगर पालिका की लापरवाही के कारण एक राष्ट्रीय सड़क परियोजना खटाई में पड़ी नजर आ रही.
नगर पालिका को पत्र देकर थक गये, राज्यमंत्री बच्चू कडू से भी निवेदन-: इस पूरे मामले में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की कोई गलती नजर नही आती.नगर पालिका की पाइपलाइन पूर्व में बिच्छन नदी से होकर बिछाई गई थी.अपनी तकलीफ को बचाने के लिए नपा इंजीनियर इसेपुल के ऊपर लेकर आये.नागरिको को तकलीफ नही होना इसलिए कुछ माह पूर्व ही पुल पर डांबर भी बिछाया गया था.
नैशनल हाइवे अथॉरिटी की ओर से नगर पालिका अचलपुर को तीन-चार मर्तबा पत्र लिखकर पाइपलाइन हटाने को कहा गया है.पूर्व नपा सीओ अश्विनी वाघमले,वर्तमान सीओ राजेन्द्र फातले से प्रत्यक्ष मुलाखात कर पाइपलाइन हटाने को कहा था.नपा जलापूर्ति विभाग के कनिष्ठ अभियंता वानखडे से भी मुलाखात कर उन्हें सफेद पुल क्लियर करने को कहा है.नगर पालिका के प्रत्येक अधिकारी ने हमे आश्वासन दिया कि सिर्फ आठ दिन में हम पाइपलाइन हटा लेंगे, लेकिन आज तक यह बाधा दूर नहीं की गई.आखिर में हमने राज्यमंत्री बच्चू कडू का दरवाजा खटखटाया.बच्चू भाऊ से सहयोग देने की प्रार्थना की.राज्यमंत्री महोदय ने भी इस समस्या की गंभीरता को समझा और जल्द ही पुल के अवरोध हटाये जाने की बात कही है.
पुल पर नगर पालिका की ओर से बिछाई गई पाइप लाइन अवैध और बगैर अनुमतीं के है.हम इसे बिना किसी इजाजत के भी हटा सकते है, किंतु कोरोना संक्रमण को देखते हुए और नागरिको को पेयजल की दिक्कत न हो इस कारण मानवीय दृष्टिकोण को रखकर हम अभी तक प्रतीक्षा ही कर रहे है.इस पुल का निर्माण अधर में लटका हुआ होने से सफेद पुल के सामने ,रेस्ट हाउस चौक का सौंदर्यीकरण भी रुका हुआ है.
-वासनकर, अभियंता,राष्ट्रीय महामार्ग,आकोला