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‘को नहीं जानत है जग में कपि संकट मोचन नाम तिहारो…’

जिले में सर्वत्र हनुमान जन्मोत्सव की धूम

* सजे देवालय, विशेष बागा, वंदनवार, पताकाएं
* नये केसरिया ध्वज लहराए, विशाल भंडारे की भव्य तैयारियां
अमरावती/ दि.10 – शहर और जिले की गली- गली का हनुमान मंदिर सज रहा है. पताकाएं लगाई गई है. रंगरोगन संपन्न करने के पश्चात देवालय को चाव से हनुमान भक्त सजा रहे हैं. वातावरण में लखबीर सिंह लक्खा का भजन मानो गुंजायमान है- ‘ आज हनुमान जयंती है…’ सभी ओर हनुमान जयंती अर्थात जन्मोत्सव की अभूतपूर्व तैयारी चल रही है. फिर वह चांगापुर का हनुमान नरेश मंदिर हो या रविनगर का संकट मोचन हनुमान मंदिर. हनुमान भक्त श्रध्दा और आस्था से जन्मोत्सव की तैयारियों, अभिषेक व अनुष्ठान में जुटे हैं. बच्चे बूढे सभी चाव से तैयारी कर रहे हैं. मार्केट में भी केसरिया ध्वज से लेकर सिंदूर, चांदी की वर्क, चमेली का तेल और कपास के फूल आदि महावीर हनुमान प्रिय पूजन सामग्री की भारी मात्रा में विक्री का दृश्य है. उसी प्रकार केसरिया परचम अपनी-अपनी यथाशक्ति लिए जा रहे हैं. उन पर जय श्रीराम और जयवीर हनुमान आदि अंकित है तो उसे खरीदने का उत्साह बढता दिखाई पड रहा है.
किराणा मार्केट में भी धूम
हनुमान जन्मोत्सव के लिए शहर व जिले के किराणा बाजार में भंडारे की लंबी-चौडी सामग्री सूची लेकर खरीदारी हो रही है. सभी प्रमुख मंदिरों में हनुमान जन्मोत्सव के भंडारे परसों शनिवार 12 अप्रैल को होने हैं. जिसके लिए लोग अपनी यथाशक्ति योगदान कर रहे हैं. कोई गेहूं की बोरी अर्पित कर रहा है, कोई तेल का डिब्बा. शक्कर, गुड से लेकर किराणा सामग्री तक भंडारा में दी जा रही है.
नारियल की बढी विक्री
राम नवमी के बाद हनुमान जन्मोत्सव को देखते हुए व्यापारियों ने नारियल का भरपूर स्टॉक किया था. हनुमानजी को नारियल अर्पित करनेवाले भाविकों की भरपूर संख्या है. अनेक हनुमान मंदिरों में अर्पित नारियल के ढेर लग जाते हैं. अत: नारियल की रेट बढने के बावजूद जिले में कुछ दिनों में दो ट्रक माल की खपत होने का अंदाज व्यापारी वर्ग ने व्यक्त किया.
चांगापुर में होगा रक्तदान
चांगापुर नरेश के नाम से प्रसिध्द हनुमान जी के दर्शनार्थियों के लिए संस्थान के पदाधिकारी तडके 5 बजे अभिषेक और प्रात: 6 बजे जन्म आरती करते हैं. उपरांत 7 बजे से भंडारा प्रारंभ हो जाता है. बूंदी सेव, मठ्ठा, सब्जी, रोटी, दाल, भाजी, मसाला भात का भोग अर्पित करने के बाद पंगत प्रारंभ हो जाती है. इस बार भी सबेरे 9 बजे से रक्तदान शिविर प्रारंभ होगा. यहां दर्शनार्थी बडी संख्या में रक्तदान कर चांगापुर नरेश के प्रति अपनी अगाध श्रध्दा को व्यक्त करते हैं. सैकडों की संख्या में रक्त यूनिट एकत्र किए जाते हैं.
रविनगर का भंडारा विख्यात
अल्पावधि में हनुमान जयंती पर शहर का सबसे बडा भंडारा रविनगर संकटमोचन हनुमान मंदिर का हो गया है. यहां 25 से 30 हजार भाविक प्रसादी ग्रहण करते हैं. इतना विशाल भंडारा का आयोजन क्षेत्र के युवा और भाविक करते हैं. आज वहां सामूहिक 11 बार हनुमान चालीसा पाठ का विशाल आयोजन होने जा रहा है. जिसके लिए बडी संख्या में महिला भक्तों ने भी नाम दर्ज करवाए हैं. उल्लेखनीय है कि दो रोज पहले यहां की प्रसिध्द विशाल हनुमान प्रतिमा गाजे- बाजे और डीजे की ताल पर थिरकते हुए शोभायात्रा के माध्यम से बडनेरा रोड से रविनगर लायी गई. बजरंग बली का यह स्वरूप देख सभी मुग्ध हो गये.
सुबह होता है जन्मोत्सव
रवि नगर मंदिर को फूलों की लडियों से सजाया गया है. बाहर विशाल पंडाल आच्छादित है. उसी प्रकार हनुमान जयंती अर्थात परसों शनिवार 12 अप्रैल की सुबह 5 बजे अभिषेक व जन्मोत्सव होगा. बालरूप हनुमानजी की आकर्षक प्रतिमा को सजाए गये झूले में हिंडोले देने का अवसर सभी भक्तों को समान रूप से मिलने की जानकारी सीताराम महाराज पडोले ने दी. उन्होंने जन्मोत्सव और भंडारे में अवश्य आने का अनुरोध हनुमान भक्तो ंसे किया है.
सरोज चौक, घंटाघर हनुमान मंदिर
सरोज चौक के संकटमोचन मंदिर में भी बजरंग बली का जयकारा कर जन्मोत्सव की जोरदार तैयारी रहने की जानकारी भाविकाेंं ने दी. उन्होंने बताया कि बूंदी प्रसादी और फलों के प्रसाद का वितरण प्रात:कालीन जन्मोत्सव आरती पश्चात होगा. घंटाघर हनुमान मंदिर अपनी अलौकिक प्रतिमा के लिए जाना जाता है. यहां हनुमान जयंती पर बताशे का भरपूर प्रसाद भाविकों को मिलता है. मंदिर को सुंदर लाइटिंग और फूलों के गुच्छे से श्रध्दालुओं ने सजाया है. पं. संजय तिवारी ने बताया कि आनेवाले दिनों मेंं हनुमान जन्मोत्सव का भंडारा प्रसाद भी होगा.
गली गली में जन्मोत्सव का उल्लास
बजरंग बली को जन देवता भी कहा जाता है. जन-जन उन्हें नित्य प्रणाम करता है. हनुमान चालीसा का पाठ करता है. अनेकानेक भक्तों का मंगलवार व शनिवार सुंदरकांड पाठ का भी नियम है. ऐसे में अंबानगरी के प्रत्येक क्षेत्र और भाग में स्थित हनुमान मंदिरों में परसों की जयंती जन्मोत्सव को लेकर उत्साह, उमंग, उल्लास चरम पर हैं. अपने-अपने क्षेत्र में विशाल भंडारे के आयोजन भी हो रहे हैं. हनुमानजी को सिंदूर का बागा चढाने और उस पर चांदी की वर्क लगाने के लिए श्रध्दालु ललायित है. नगर के प्रत्येक एरिया में बजरंग बली के पसंदीदा और लोकप्रिय भजनों की गूंज सुनाई पड रही है. गाडगेनगर से लेकर बडनेरा तक और हनुमान नगर से लेकर पंचवटी वडाली तक विस्तृत हनुमानजी के देवालय सज गये हैं. जन्मोत्सव धूम से होनेवाला है.

 

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