कोरोना के चलते चुनाव आगे टले, अब संभ्रम का माहौल
प्रतिनिधि/दि.१८
अमरावती – जिले के ९ बाजार समितियों का कार्यकाल आगामी अक्तूबर माह में खत्म होने जा रहा है. वहीं दूसरी ओर कोरोना काल के दौरान सहकार क्षेत्र में चुनाव लेना उचित नहीं रहने के चलते सरकार ने इन फसल मंडियोें में संचालक मंडल के चुनाव छह माह के लिए आगे टाल दिये है, किंतु संचालक मंडल का कार्यकाल खत्म होने के बाद इन बाजार समितियों में प्रशासक कौन रहेगा, इसे लेकर स्पष्ट आदेश नहीं रहने के चलते फसल मंडियों सहित सहकार क्षेत्र में संभ्रम देखा जा रहा है. बता दें कि, अमरावती जिले में अमरावती, अचलपुर, नांदगांव खंडेश्वर, धामणगांव रेल्वे, दर्यापुर, तिवसा, चांदूर बाजार, अंजनगांव सूर्जी तथा चांदूर रेल्वे की कृषि उत्पन्न बाजार समितीयों के संचालक मंडल का कार्यकाल अक्तूबर २०२० से पहले खत्म होने जा रहा है. वहीं धारणी, मोर्शी व वरूड की बाजार समितियों का कार्यकाल अप्रैल-२०२१ में खत्म होगा. किंतु इस समय जिले में कोरोना संक्रमित मरीजोें की संख्या लगातार बढती जा रही है, जिसे लेकर प्रतिबंधात्मक उपाय किये जा रहे है. इसके मद्देनजर फसल मंडियों के संचालक पद के चुनाव २४ जुलाई २०२० से छह माह की कालावधि के लिए आगे ढकेल दिये गये है. इस आशय का आदेश सहकार विभाग के उपसचिव द्वारा १७ जुलाई २०२० को जारी किया गया था. लेकिन इस आदेश में संचालक पद को छह माह की समयावृध्दि देने की बात स्पष्ट तौर पर नहीं कही गयी है. ऐसे में यह साफ नहीं हुआ है कि, संचालक मंडल हेतु अगला चुनाव होने तक सभापति को समयावृध्दि मिलेगी, या फिर फसल मंडियों में प्रशासक की नियुक्ति होगी, इस विषय को लेकर सुस्पष्ट तरीके से कोई जानकारी नहीं दी गई है. जिसके चलते संचालक मंडलों को लेकर संभ्रम देखा जा रहा है. बता दें कि, बुलडाणा जिले में भी ऐसा ही संभ्रम पैदा हुआ था. यहां पर संग्रामपुर, मेहकर तथा चिखली की फसल मंडियों में प्रशासक की नियुक्ती की गई थी, लेकिन बाद में पणन संचालक के आदेश पर निवर्तमान संचालक मंडल को ही समयावृध्दि दी गई.
- आज खत्म हुई नांदगांव खंडे. बाजार समिती की मुदत
नांदगांव खंडेश्वर बाजार समिती के संचालक मंडल का कार्यकाल १८ अगस्त को खत्म हुआ. यहां पर नये संचालक मंडल के चुनाव फिलहाल स्थगित रखे गये है, लेकिन मौजूदा संचालक मंडल को समयावृध्दि देने या प्रशासक की नियुक्ती करने को लेकर फिलहाल संभ्रम चल रहा है. इसी तरह दर्यापुर, अंजनगांव सूर्जी व अचलपुर फसल मंडी के संचालकों का कार्यकाल अक्तूबर में तथा अमरावती, धामणगांव रेल्वे, चांदूर बाजार व तिवसा फसल मंडियों का कार्यकाल अक्तूबर माह में खत्म होगा. सामान्य परिस्थिति में इस समय तक सभी फसल मंडियों में चुनावी अधिसूचना जारी होकर निर्वाचन प्रक्रिया की गहमागहमी शुरू हो जाया करती थी, लेकिन कोरोना को लेकर जारी हालात के चलते चुनाव को छह माह के लिए आगे टाल दिये जाने की वजह से सब कुछ शांत है.
- अमरावती फसल मंडी में चुनाव करवाये जाने की मांग
अमरावती फसल मंडी का कार्यकाल १२ अक्तूबर को खत्म होने जा रहा है. इससे दो माह पूर्व ही फसल मंडी द्वारा जिलाधीश को पत्र देकर संचालक मंडल का चुनाव करवाने का निवेदन किया गया है. साथ ही चुनाव के खर्चे हेतु २ लाख रूपयों का धनादेश भी १० अगस्त को ही प्रशासन के सुपुर्द किया गया. हकीकत में इस चुनाव को समयावृध्दि मिलने के चलते, या तो संचालक पद को समयावृध्दि दी जाये या फिर चुनाव लिये जाये, ऐसी मांग इस जरिये सामने आयी है.
- कोरोना काल के चलते फसल मंडी के चुनाव को छह माह के लिए स्थगित किया गया है, लेकिन संचालक मंडल को समयावृध्दि देना है अथवा प्रशासक की नियुक्ती करना है, इस बारे में कोई स्पष्ट आदेश अब तक नहीं मिले है.
– संदीप जाधव जिला उपनिबंधक
- संचालक मंडल का कार्यकाल खत्म होने के दो माह पूर्व ही हमने जिलाधीश को चुनाव लेने के संदर्भ में पत्र दिया है. सहकारिता अधिनियम के अनुसार ही यह पत्र जारी किया गया है.
– नाना नागमोते उपसभापति, अमरावती फसल मंडी