अमरावती

मैं शांत सो जाने पर कौन करेगा सुरक्षा?

मनुष्यबल कम होने से बंदोबस्त में बढ़ा तनाव

अमरावती-/दि.13  कोरोना संकट का मुकाबला करते समय लोगों की जान बचानी चाहिए, इस उद्देश्य से पुलिस ने रात-दिन रास्ते पर खड़े रहकर पहरा दिया. उस समय अनेक पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों को अपनी जान गवानी पड़ी. निर्बंध शिथिल होने के बाद दो वर्ष तक न मनाये जाने वाले त्यौहार, उत्सव, जयंती, शोभायात्रा के समय पुलिस को बंदोबस्त की ड्यूटी करनी पड़ी. दैनंदिन काम करते समय पुलिस ने सवा दो वर्ष में अधिकांश बार छुट्टी न लेते हुए सिर्फ ड्युटी कर उनकी पावर दिखाई. अनेकों को उस काल में छुट्टी नहीं मिलती. तो दूसरी ओर पुलिस के हजारों पद रिक्त होने से कार्यरत पुलिसों पर काफी तनाव आया है.
महाराष्ट्र पुलिस दल में कर्मचारी ही नहीं, बल्कि अधिकारियों की भी कमी है. फिलहाल अधिकारी, कर्मचारियों के मिलाकर करीबन 29 हजार 401 पद है. राज्य के गृह विभाग के सहसचिव अनिल कुलकर्णी ने 5 जुलाई 2022 को मुंबई हाइकोर्ट में दाखल किये शपथ पत्र से रिक्त जगह का वास्तव उजागर हुआ है. अमरावती शहर आयुक्तालय में चालक पुलिस सिपाही से सहायक पुलिस उपनिरीक्षक ऐसे कुल 1909 पद मंजूर है. इनमें से 1490 पुरुष तो 352 महिला अमलदार कार्यरत हैं. कार्यरत पुलिस की संख्या कुल 1842 है.
एक ओर मंजूर संख्या बल की तुलना में कुछ पद रिक्त है. साथ ही हर महीने में कोई न कोई सेवानिवृत्त होने के कारण उसकी अतिरिक्त जिम्मेदारी भी कार्यरत पुलिस को सहन करनी पड़ती है.
* पुलिस के 67 पद रिक्त- अमरावती शहर आयुक्तालय में एएसआय से पुलिस अमलदारों के करीबन 67 पद रिक्त है. जिसके चलते कार्यरत अमलदारों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाती है. जिससे उन पर अतिरिक्त तनाव आता है.
* डीसीपी का एक पद रिक्त- शहर पुलिस आयुक्तालय में पुलिस उपायुक्त का एक पद रिक्त है. जिसके चलते मुख्यालय (उपायुक्त) पद का कार्यभार सहायक पुलिस आयुक्त को सौंपा गया है.
* पुलिस निरीक्षक का भी पद रिक्त- शहर पुलिस आयुक्तालय में पुलिस निरीक्षक, सहायक पुलिसनिरीक्षक व पुलिस उपनिरीक्षक के पद भी रिक्त है.
बॉक्स
अमलदार, अधिकारियों के कुछ पद रिक्त है. जिसके चलते अतिरिक्त तनाव आता है, फिर भी अमरावती पुलिस शहरवासियों की सुरक्षा के लिए 24 बाय 7 तत्पर है.
-डॉ. आरती सिंह, पुलिस आयुक्त

Related Articles

Back to top button