अमरावती

बच्चों का आधार अपडेट करने की जबाबदारी किसकी?

शिक्षा विभाग संभ्रम में

* जिले में 93.08 फीसद विद्यार्थियों का आधार अपडेट
अमरावती/दि.5 – सभी विद्यार्थियों का आधार अपडेट करने के निर्देश राज्य सरकार के शालेय शिक्षा विभाग ने दिए है. जिसके तहत ऐसा नहीं होने पर शालाओं की संच मान्यता रद्द करने के साथ ही शिक्षकों का वेतन रोकने की चेतावनी भी दी गई है. जिले में आधार कार्ड अपडेट का काम 93.08 फीसद पूर्ण हो चुका है. लेकिन शेख काम अब भी काफी धीमी गति से चल रहा है. ऐसे में विद्यार्थियों का आधार अपडेट करने की जबाबदारी अभिभावकों या शिक्षकों में से किसकी है. इसे लेकर शिक्षा विभाग में काफी संभ्रम देखा जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि, यद्यपि शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों का आधार अपडेट करने का निर्देश जारी किया है. लेकिन इसके लिए अभिभावकों का भी सहयोग आवश्यक होता है. आधार कार्ड में कई विद्यार्थियों के नाम, पत्ते व उम्र संबंधी जानकारियों में कुछ गलतियां होती है, ऐसे में आधार अपडेट करना बेहद महत्वपूर्ण और जरुरी होता है. साथ ही सामूहिक प्रयासों से इसे पूर्ण करना सहज तरीके से संभव है. इसके चलते विद्यार्थियों के अभिभावकों के साथ ही मुख्याध्यापकों व शिक्षकों द्बारा इसके लिए आगे बढकर प्रयास करना जरुरी होता है.

* 6.92 विद्यार्थियों का आधार अपडेट बाकी
जिले में 4 लाख 39 हजार 874 विद्यार्थियों के आधार कार्ड वैलिड है. वहीं 23 हजार 129 आधार कार्ड इनवैलिड थे. जिसमें से 9 हजार 572 विद्यार्थियों के आधार को अपडेट करने की प्रक्रिया चल रही है. जिले में इस समय कुल विद्यार्थी संख्या 4 लाख 87 हजार 308 है, जिसमें से 4 लाख 72 हजार 575 विद्यार्थियों के पास आधार कार्ड हैं. वहीं 14 हजार 733 विद्यार्थी इस समय आधार कार्ड से वंचित है. 2 जून की रिपोर्ट के मुताबिक जिले में आधार अपडेट का काम 93.08 फीसद पूर्ण हो चुका है. वहीं 6.92 फीसद काम को पूरा करने की प्रक्रिया चल रही है.

* तो रोका जाएंगा शिक्षकों का वेतन
आधार अपडेट नहीं होने एवं शाला की संचमान्यता ऑनलाइन उपलब्ध नहीं होने और किसी भी सरकारी शैक्षणिक काम में कोई दिक्कत आने पर इसके लिए संबंधित शाला के मुख्याध्यापक सहित शिक्षकों को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया जाएगा. साथ ही शिक्षकों का वेतन भी रोक दिया जाएगा. ऐसे स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए गए है. जिसके चलते शिक्षक वर्ग मेें इस निर्देश को लेकर काफी हद तक नाराजगी व हडकंप व्याप्त है.

* क्या कहते है शिक्षक व अभिभावक?
इस संदर्भ में शिक्षकों का कहना है कि, यद्यपि विद्यार्थियों के आधार अपडेट करने की जबाबदारी शिक्षकों की है, लेकिन इसकी पूर्तता करना और इस काम में सहयोग करना अभिभावकों का भी कर्तव्य होता है. यदि अभिभावकों द्बारा इसमेें टाल-टालमटोल की जाती है और शाला प्रबंधन के साथ सहयोग नहीं किया जाता है, तो इसके लिए शिक्षकों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है.
वहीं दूसरी ओर अभिभावकों का कहना है कि, शिक्षकों की ओर से बच्चों के आधार अपडेट करने हेतु जिस तरह से दिशा-निर्देश व सुझाव मिल रहे है, उस तरह से अभिभावकों द्बारा अपने बच्चों के आधार कार्ड को अपडेट करवाते हुए आधार कार्ड में रहने वाली गलतियों को दुरुस्त करवाया जा रहा है. सरकार ने विद्यार्थी हेतु देखते हुए शानदार निर्णय लिया है. जिसमें शिक्षकों की भी जवाबदेही तय की गई है.

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