अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

जीएसटी रेड पर व्यापारी संगठन चुप क्यों !

महकमे ने बताया - रूटीन कार्रवाई

* विनोद कलंत्री बोले – शिकायत आने पर लेंगे एक्शन

अमरावती/ दि. 7- वस्तु व सेवा कर विभाग द्बारा एक के बाद एक कई बडी व्यापारी फर्मो पर रेड की जा रही है. जिससे शहर के व्यापार जगत में हलचल मची है. जीएसटी विभाग इसे रूटीन कार्रवाई कहकर पल्ला झाड रहा है. जबकि शहर के दोनों बडे व्यापारी संगठन महानगर चेंबर एवं चेंबर ऑफ कॉमर्स की खामोशी लोगों को खल रही है. अमरावती मंडल ने व्यापारी नेताओं और जीएसटी अधिकारियों से भी बात की. अधिकारियों ने रूटीन कार्रवाई कहा. वित्त वर्ष खत्म होने में थोडे ही दिन शेष हैं. ऐसे में मार्च एंडिंग की वजह से टारगेट पूरा करने की चर्चा को सहायक आयुक्त पोखरकर ने खारिज किया.

* दो बडी फर्म लपेटे में
जीएसटी इवेजन की बात कहकर सप्ताह भर के अंंदर तीन चार फर्मो पर अधिकारी धमके. जिससे व्यापार जगत में स्वाभाविक हलचल देखी गई. शहर की दो प्रतिष्ठित फर्म इस कार्रवाई की चपेट में आयी हैं. जिसके कारण शहर के कारोबारियों में हलचल मची है. उनकी अपने कर सलाहकार एवं सीए के यहां फेरियां बढी है. जीएसटी चालान प्रति माह भरना होता है.

* सहायक आयुक्त पोखरकर का कहना
जीएसटी सहायक आयुक्त पोखरकर ने अमरावती मंडल से बातचीत में स्पष्ट कहा कि मार्च एंडिंग का जीएसटी कार्रवाई से कोई लेना-देना नहीं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी रेड नहीं हैं. सर्वे हैं. पोखरकर ने बताया कि रूटीन कार्रवाई है. व्यापारियों को विभाग भरपूर समय देता है. प्रतिष्ठान पर जाने से पहले नोटिसेस भी दी जाती हैं. अब तो लगभग सारा ही काम ऑनलाइन है. फिर भी व्यापारियों को पिछले माह का चालान भरने 20 तारीख तक समय दिया जाता है.

* चेंबर अध्यक्ष कलंत्री का कहना
चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विनोद कलंत्री ने कहा कि संगठन ऐसे ही दखल नहीं दे सकता. शिकायत मिलने पर अवश्य कदम उठाए जायेंगे. उसी प्रकार किसी भी विभाग जीएसटी अथवा अन्य कोई विभाग से व्यापारी, उद्यमी के साथ कोई ज्यादती या अन्याय होने की स्थिति में चेंबर ऑफ कॉमर्स व्यापारियों के साथ मजबूती से खडा है और रहेगा. कुछ ऐसी ही बात महानगर चेंबर के अध्यक्ष सुरेश जैन ने कही. उन्होंने बताया कि व्यापारियों के हित में महानगर चेंबर सदैव रहा है. आगे भी रहेगा. कोई भी विभाग व्यापारियों को किसी बात के लिए परेशान नहीं कर सकता. व्यापारी कई प्रकार के जोखिम लेकर, सरकारी अनुमति व अनुज्ञप्ति लेकर कारोबार करते हैं. महानगर चेंबर ऐसे व्यापारी के हमेशा साथ है.

Related Articles

Back to top button