
अमरावती प्रतिनिधि/दि.12 – कोरोना पृष्ठभूमि पर शिवजयंती सादगीपूर्ण मनाने का आवाहन राज्य सरकार ने किया है. जबकि राज्य में धडल्ले से विविध कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है. ऐसे में राज्य सरकार के निर्णय का संभाजी ब्रिगेड ने निषेध जताया है. शिवजयंती कार्यक्रम पर ही आखिर बंदी क्यों? यह सवाल संभाजी ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष शुभम शेरेकर ने उठाया है.
छत्रपति शिवाजी महाराज की 391 वीं जयंती 19 फरवरी को आयोजीत की जायेगी. राज्य के लाखों शिवप्रेमियों ने सरकार के सभी नियमों का पालन करते हुए शिवजयंती मनाने का नियोजन किया है, लेकिन हाल ही में राज्य सरकार ने शिवजयंती पर रैली व सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं करने का आवाहन करते हुए सादगीपूर्ण तरीके से शिवजयंती मनाने का आवाहन किया है. जबकि राज्य सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील के नेतृत्व में राज्यभर में संवाद दौरा चल रहा है. बीड जिले में धनंजय मुंडे का स्वागत भी हजारों लोगों की मौजूदगी में किया गया. इसी तरह का नजारा नागपुर में नाना पटोले के स्वागत में देखा गया. भाजपा के सभी नेता महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल सहित देशभर में घुम रहे है. इन सभी को पुलिस अनुमति दे रही है. लेकिन शिवजयंती कार्यक्रमों पर ही पाबंदी लगायी जा रही है. यह सही मायेनों में नींदनीय बात है. संभाजी ब्रिगेड ने सरकार के इस निर्णय का विरोध जताया है.