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सीटी की आवाज अचानक क्यों दबी !

त्रिकोणीय टक्कर कैसे बदली सीधी लडाई में

* वोटिंग बढने से मुकाबला रोचक
* भाजपा और कांग्रेस में दावे
अमरावती/ दि. 29- आखिरकार शनिवार रात को लोकसभा चुनाव के शुक्रवार को हुए मतदान का अंतिम आंकडा जारी हुआ. जिसके अनुसार अमरावती क्षेत्र में 1169121 लोगों ने मताधिकार का प्रयोग कर अपना लोकसभा प्रतिनिधि तय किया है. वोटिंग प्रतिशत में इजाफा होने से कांग्रेस और भाजपा के बीच पहले नंबर की जंग दिलचस्प हो जाने के दावे हो रहे हैं. किंतु एक प्रश्न यह भी उठाया जा रहा है कि सीटी का आवाज अचानक क्यों रूक गया. वोटिंग के फाइनल आंकडे आने के बाद निश्चित ही प्रत्येक कक्ष से दावे किए जा रहे हैं.
पहली बार टक्कर
कांगे्रेस के पंजे और भाजपा के कमल के बीच अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में पहली बार सीधी टक्कर देखने मिलनेवाली थी. इसे त्रिकोणीय बनाने का भी प्रयास हुआ. 6 विधानसभा क्षेत्र बडनेरा, अमरावती, अचलपुर, दर्यापुर, तिवसा, मेलघाट ने मिलाकर औसतन 63.67 प्रतिशत वोटिंग हुआ. प्रतिशत में आंकडा बडा लगता है. किंतु 2019 में जहां 1112385 लोगों ने वोट डाले. 1169121 लोगों ने मतदान किया. 46 हजार वोटों का अंतर रहा. 2019 में कांग्रेस- राकांपा समर्थित नवनीत राणा को 510947 वोट, शिवसेना के आंनदराव अडसूल को 473996 वोट मिले थे. वंचित बहुजन आघाडी के गुणवंत देवपारे को 65135 वोट मिले. नवनीत राणा 36951 वोटों से विजयी रही.
* 2024 का चित्र, दोपहर बाद सीटी रूकी !
2024 के लोकसभा के मैदान में भाजपा ने जहां नवनीत राणा को उम्मीदवार बनाया. कांग्रेस ने विधायक बलवंत वानखडे और प्रहार ने दिनेश बूब को मैदान में उतारा. रिपब्लिकन सेना के आनंदराज आंबेडकर को वंचित बहुजन आघाडी ने समर्थन दिया. आरंभ में चुनाव तिरंगी लडाई का अनुमान जताया गया. किंतु चर्चा है कि मतदान के दिन दोपहर 12 बजे के बाद दिनेश बूब की सीटी का आवाज अधिक नहीं रहा. जिससे सीटी के वोटर्स किस तरफ पलट गए, इस बारे में संशय हैं. अमरावती सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रहने से देशमुख, मराठा, कुणबी (डीएमके), तेली, माली, बारी, मुस्लिम और हिन्दी भाषी वोटर्स ने किसे पसंद किया, इस पर भी उम्मीदवार की विजय का गणित तय होगा.
* सीटी किसके लिए फायदे की
अचलपुर और चांदुर बाजार का हिस्सा छोड दे तो लोकसभा के अधिकांश क्षेत्र में दोपहर 12 के बाद सीटी की आवाज रूक जाने के दावे किए जा रहे हैं. जिससे परंपरागत प्रहार के वोट कौन से प्रत्याशी के लिए लाभदायक होंगे, यह देखना महत्वपूर्ण रहेगा. कुल मिलाकर कांग्रेस के बलवंत वानखडे और भाजपा के नवनीत राणा के बीच कडी टक्कर का आभास मतदान पश्चात हो रहा हैं.

* मेलघाट को लेकर सभी के दावे
आदिवासी बहुल मेलघाट विधानसभा क्षेत्र में धारणी तथा चिखलदरा दो तहसीलें शामिल है . यहां शुक्रवार देर रात तक वोटिंग चलती रही. 2 लाख 86 हजार वोटर्स में से 2 लाख 5 हजार से अधिक मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया. उनमें 97123 महिलाएं शामिल हैं. मेलघाट के 71 प्रतिशत से अधिक वोटिंग के बाद भाजपा और कांगे्रस दोनों के लीडर्स यहां लीड का दावा कर रहे हैं.

 

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