अमरावती

बच्चे क्यों करते है मोबाइल का प्रयोग, जवाब मिला

केंद्र सरकार के सर्वेक्षण से सामने आयी जानकारी

नई दिल्ली दि.11 – देश में फिलहाल स्मार्ट फोन का प्रयोग मनोरंजन के लिए काफी अधिक हो रहा है. विद्यार्थी भी स्मार्ट फोन पर पढाई करने की बजाय टाइम पास ही ज्यादा कर रहे है. ग्रामीण क्षेत्र में 49.30 फीसद विद्यार्थियों के पास स्मार्ट फोन है. परंतु 34 फीसद विद्यार्थियों द्बारा ही स्मार्ट फोन का प्रयोग पढाई-लिखाई के लिए किया जाता है. ऐसी जानकारी एक सरकारी सर्वेक्षण के जरिए सामने आयी है. ग्रामीण भारत में प्राथमिक शिक्षा की स्थिति-2023 नामक की रिपोर्ट के मुताबिक केवल 40 फीसद अभिभावकों द्बारा ही अपने बच्चों के साथ रोजाना उनकी पढाई लिखाई को लेकर चर्चा की जाती है.

* बच्चे फोन पर क्या करते हैं?
76.70% – गेम खेलते हैं
47.30% – गाने सुनते हैं
56.60% – वीडियो देखते हैं
34.90% – पढाई करते हैं
10.90% – चैटींग करते हैं

* लडकियां कम से कम ग्रैज्युएट हो जाएं
देश के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले 78 फीसद अभिभावक चाहते है कि, उनकी बेटीयां कम से कम पदवी पाठ्यक्रम पूरा करते हुए ग्रैज्युएट हो जाए. साथ ही 82 फीसद अभिभावकों की इच्छा रहती है कि, उनके बच्चे पदव्युत्तर पाठ्यक्रमों में जाकर उच्च शिक्षा हासिल करें. हालांकि कई कारणों के चलते कई परिवारों के बच्चे अपनी पढाई-लिखाई पूरी नहीं कर पाते और करीब एक चौथाई बच्चे प्राथमिक शिक्षा के दौरान ही शाला और पढाई से बाहर हो जाते है.

* कौन करता है मार्गदर्शन?
25.60% – भाई-बहन पढाई के लिए मदद करते है.
3.80% – बच्चों को अंगणवाडी सेविकाओं द्बारा मदद की जाती है.
7.60% – बच्चों को घर के बडे सदस्यों द्बारा मार्गदर्शन किया जाता है.

* बच्चे रोजाना कितना समय फोन का प्रयोग करते हैं?
73% – बच्चे रोजाना कम से कम 2 घंटे तक फोन का प्रयोग करते है.
8 वीं कक्षा से बडी कक्षाओं वाले 25.4 फीसद बच्चे रोजाना 2 से 4 घंटे तक मोबाइल का प्रयोग करते है.
16.80% – कक्षा पहली से तीसरी में पढने वाले बच्चे भी रोजाना 2 से 4 घंटे तक मोबाइल पर समय बीताते है.

Related Articles

Back to top button