* सरकार को ज्ञापन प्रेषित कर करवाया ध्यानाकर्षण
तुमसर/दि.22– देश में एक ओर मतदान जागरूकता मुहिम प्रशासन द्वारा चलाई जा रही है. लेकिन मतदान प्रक्रिया में देश के कारागार के बंदिस्त कैदियों का और न्यायाधीन कैदियों का मतदान प्रक्रिया में सहभाग नहीं रहता. वहीं दूसरी ओर जब कारागार के कैदी चुनाव लड सकते है तो कैदियों को मतदान करने का अधिकार क्यों नहीं? यह सवाल करते हुए एड.रोहित बोंबार्डे ने सरकार को ज्ञापन प्रेषित कर ध्यानाकर्षण कराया.
लोकतंत्र में हर नागरिक को मतदान का अधिकार है. देश में 5 लाख से अधिक न्यायाधीन कैदी है. कैदियों को आम चुनाव लडने का अधिकार बहाल किया गया है, लेकिन चुनाव आयोग ने मतदान के अधिकार से उन्हें वंचित रखा है. एक ओर समुचे देश में मतदान का प्रतिशत बढें इसके लिए चुनाव आयोग विविध उपाय करता है. इस बार जनजागरण की व्यापक मुहिम चलाई जा रही है. बावजूद इसके लोकतंत्र के एक समूह पर अन्याय होने की बात एड.बोंबार्डे ने सरकार के समक्ष रखते हुए ध्यानाकर्षण करवाया है. कैदियों को मतदान न करने संबंध में कानून का पुनर्विचार होना जरूरी है, ऐसी अपेक्षा एड.बोंबार्डे ने प्रधानमंत्री कार्यालय और मुख्य चुनाव आयुक्त को प्रेषित किए ज्ञापन में व्यक्त की है.