अमरावती/ दि.31 – पुलिस आयुक्तालय के सायबर पुलिस थाने में जनवरी से 31 दिसंबर 2021 तक बैंकिंग फ्रॉड के 33 अपराध दर्ज किये गए. जिसमें 1 करोड 40 लाख 17 हजार 612 रुपए की धोखाधडी की गई. इसमें से 35 लाख 95 हजार 801 रुपए वापस दिलाए गए. सोशल मीडिया के माध्यम से किये गए अपराध में छेडखानी की पांच घटनाएं दर्ज की गई. इसमें से 3 घटनाओं का पर्दाफाश करने में पुलिस को सफलता मिली. इन चार माह में भी दर्जनभर शिकायत दर्ज की गई. बगैर तस्सली किये रुपए ट्रान्सफर क्यों करते हो, ऐसी सलाह सायबर पुलिस ने दी है.
हाल ही में बीमा कंपनी से बात करने का कहकर कमिशन, पेंशन का झांसा देते हुए एक व्यक्ति को 5 लाख 98 हजार 38 रुपए का चुना लगाया था. वीएमवी परिसर के पुरुषोत्तम दाते इस सरकारी कर्मचारी को 27 अप्रैल की दोपहर फोन आया. मैक्स लाइव इन्श्युरेन्स कंपनी से बोलने का बहाना बनाकर कितनी रकम भरी, कितना बीमा वापस मिला यह बात भी बताई, जिसके कारण रुपए भरने के लिए सामने वाला विवश हुआ. इसपर दातीर ने करीब 5.98 लाख रुपए आरोपी के बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर किये.
इसी तरह भातकुली तहसील के वाठोडा शुक्लेश्वर निवासी सै.झिशान की अक्तूबर 2021 में आरोपी से बैंगलोर रेलयात्रा के दौरान पहचान हुई. उसने रेड मी नोट 11 मोबाइल एसबीआई क्रेडिट कार्ड व्दारा बुक कराने की बात बताई. आरोपी पर विश्वास होने के कारण सै. झिशान ने फोन पे व्दारा 15 हजार 300 रुपए भेजे, मगर मोबाइल भी नहीं आया और रुपए भी वापस नहीं आहे. तब झिशान ने अ.रहमान उर्फ मानस नागर नामक आरोपी के खिलाफ धोखाधडी किये जाने की शिकायत 27 मई को गाडगे नगर पुुलिस को दी थी. इस तरह की ऑनलाइन धोखाधडी हो तो, शहर आयुक्तालय के सायबर पुलिस थाने में और ग्रामीण क्षेत्र के लिए संबंधित पुलिस थाने में जाकर तत्काल शिकायत देना चाहिए. शुरुआती दौर में कुछ घंटे गोल्डन अवर होते है. इस दोैरान उस फ्रॉड को ढुंढ निकालने में काफी आसानी होती है, इसलिए धोखाधडी होने की बात समझ में आते ही तत्काल शिकायत देना चाहिए.