प्रतिनिधि/ दि.१९
अमरावती – शासन के नियम व कानून का डंडा केवल व्यापारियों पर ही चलता है. यह नहीं होना चाहिए ऐसा प्रतिपादन अमरावती रिटेल क्लॉथ मर्चंट एसो. के जनसंपर्क अधिकारी तरुण शर्मा ने कहा, तरुण शर्मा ने आगे कहा कि, पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है. किसी ने कल्पना भी नहीं की थी आयुक्त प्रशांत रोडे ने आदेश दिया है कि, जिन व्यवसायी प्रतिष्ठानों में १० से ज्यादा कर्मचारी है उन्हें अपने कर्मचारियों की कोरोना जांच करवानी होगी अगर नहीं की गई तो दुकानें सील कर दी जाएगी. शासन का दमनकारी डंडा व्यापारियों पर ही क्यों चलता है हमेशा व्यापारियों को ही टार्गेट बनायाज जाता है. देश को सबसे ज्यादा राजस्व व्यापारी देते है. खुद की पूंजी लगाकर जोखिम उठाकर व्यापार करते है, और बेरोजगारों को रोजगार देते है. उन्हीं व्यापारियों के साथ सौताला व्यवहार क्यों? ऐसे अनेक प्रश्न तरुण शर्मा ने उठाए है. उन्होंने कहा कि, पहले ही लॉकडाउन की वजह से ७५ दिन बाजार पूरी तरह बंद रहा उसके पश्चात एक महिना पी-१,पी-२ की वजह से केवल महिने में एक-दो दिन ही व्यापार हो सका. जिसमें व्यापारियों को दुकान का किराया, नौकरों की पगार, पानी, इलेक्ट्रिक, टेलिफोन का बिल आमदनी नहीं होने के बावजूद भी भरना पडा. सभी कर्मचारियों को नियमित तनख्वाह दी गई. व्यापारी सबसे ज्यादा राजस्व सरकार को देता है, फिर भी व्यापारियों का ही दमन किया जाता है. सरकार को चाहिए कि पहले वे अपने कार्यालय में स्थित कर्मचारियों की जांच करवाए, महानगरपालिका, जिलाधिकारी कार्यालय, जिला न्यायालय तथा बैंको में कर्मचारियों की संख्या ज्यादा है. शासन पहले इन कर्मियों की जांच करवाए बाद में व्यापारियों से बात करें व मुसीबत के मारे व्यापारियों को सहयोग करें ऐसी मांग अमरावती रिटेल क्लब मर्चंट एसो. के जनसंपर्क अधिकारी तरुण शर्मा ने शासन से की है.