अमरावतीमहाराष्ट्र

एसटी बस में चिल्लर का विवाद क्यों?

आपके यूपीआई के जरिए निकालों टिकट

* विभाग के 8 डिपो में 1052 टिकट मशीन
अमरावती /दि. 8– रापनि की बसों में सफर करते समय अनेक बार चिल्लर पैसों को लेकर यात्री और वाहक में विवाद होने की घटनाएं अनेक बार हुई है. लेकिन इस पर हल निकालने के लिए शासन ने एसटी महामंडल को एसटी बस में यूपीआई पेमेंट की सुविधा उपलब्ध की है. इस कारण इस विवाद पर विराम लगा है.
महामंडल द्वारा 25 जनवरी से एसटी बस के किराए में बढोतरी की गई है. इस कारण टिकट बढने से चिल्लर पैसों का प्रश्न भी निर्माण हुआ था. लेकिन इस ऑनलाइन सुविधा के कारण टिकट निकलना भी सुविधा का हुआ है. इसके अलावा एसटी महामंडल की आय में भी दोगुनी बढोतरी होने की जानकारी स्थानीय एसटी महामंडल के अधिकारियों द्वारा दी गई है. बस में मौजूद वाहक के पास एंड्राईड टिकट मशीन उपलब्ध है. इसमें टिकट निकालने के लिए फोन पे-गुगल पे जैसी यूपीआई पेमेंट की सुविधा दी गई है. इस कारण एसटी से सफर करना रहा तो एक रुपया भी नकद स्वरुप में पास रहने की अब आवश्यकता नहीं रही है.

* यात्री और वाहक में विवाद होने का प्रमाण अब कम
इसके पूर्व एसटी महामंडल की बस में सफर करते समय प्रत्येक को चिल्लर पैसे साथ रखना पडता था. इस कारण यात्री और वाहक में चिल्लर पैसों को लेकर विवाद होता था. लेकिन यूपीआई पेमेंट की सुविधा के कारण यात्री और वाहक में होनेवाला विवाद कम होगा.

* 316 बसों में यूपीआई
राज्य परिवहन महामंडल के अमरावती विभाग के 8 डिपो में फिलहाल 316 एसटी बस है. इन बसों के प्रत्येक वाहक के पास यूपीआई पेमेंट की सुविधा उपलब्ध कर दी गई है.

* यात्रियों के लिए सुविधा
एसटी महामंडल ने सभी बस में यूपीआई पेमेंट की सुविधा उपलब्ध की है. इस कारण एसटी महामंडल की बस से सफर करनेवाले 85.43 प्रतिशत यात्रियों ने यूपीआई सुविधा का लाभ लिया है. चिल्लर पैसे न रहने पर यात्री सुविधा के जरिए टिकट के पैसे दे सकते है.
– योगेश ठाकरे, विभागीय यातायात अधिकारी.

* डिपोनिहाय संख्या
डिपो यूपीआई             सुविधावाली बसेस
अमरावती                         167
बडनेरा                             110
परतवाडा                          163
वरूड                               142
चांदुर रेलवे                        109
दर्यापुर                              145
मोर्शी                                 104
चांदुर बाजार                       112

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