अमरावतीमुख्य समाचार

मेगा टेक्सटाईल पार्क पर ‘हंगामा क्यों है बरपा’

पीएम मोदी के महत्वाकांक्षी प्रकल्प को लेकर चल रहा आरोप-प्रत्यारोप का दौर

* एक हजार एकड में साकार होगा मेगा प्रोजेक्ट
* रोजगार के एक लाख प्रत्यक्ष व दो लाख अप्रत्यक्ष अवसर होंगे उपलब्ध
* हजारों करोड रूपयों का निवेश है प्रस्तावित
* भू-अधिग्रहण व संपादन की प्रक्रिया है जारी
* नांदगांव पेठ एमआयडीसी के पास होगा प्रकल्प स्थापित
* कपास से धागे सहित कपडे व रेडिमेड वस्त्रों का भी होगा उत्पादन
अमरावती/दि.27
– गत रोज जिले के पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने यह आरोप लगाते हुए सनसनी मचा दी कि, अमरावती में साकार होने जा रहा मेगा टेक्सटाईल प्रोजेक्ट अब अमरावती की बजाय औरंगाबाद में स्थलांतरित किया जा रहा है. यह आरोप लगाने के साथ ही डॉॅ. सुनील देशमुख ने राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार को भी सवालों के कटघरे में खडा करने का प्रयास किया और जानना चाहा कि, जब इस योजना में आवेदन करने की अंतिम तिथी 15 मार्च 2022 थी और उस समय तक महाराष्ट्र से केवल अमरावती का नाम गया था. साथ ही 23 मार्च को केंद्रीय कपडा मंत्रालय द्वारा मेगा टेक्सटाईल पार्क के लिए प्रस्तावित शहरों के नामों को लेकर घोषित सूची में भी महाराष्ट्र से केवल अमरावती का नाम ही शामिल था. लेकिन नई सरकार के अस्तित्व में आने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मेगा टेक्सटाईल पार्क के लिए औरंगाबाद का नाम केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन के पास प्रस्तावित किया. जिसे स्वीकार भी कर लिया गया. जबकि आवेदन प्रक्रिया की अंतिम तिथी बीत चुकी थी. इसके बावजूद औरंगाबाद के लिए नया आवेदन स्वीकार किया गया. इसके अलावा डॉ. सुनील देशमुख ने यह आरोप भी लगाया था कि, इस मेगा टेक्सटाईल पार्क के लिए 1 हजार एकड जमीन की उपलब्धता होना आवश्यक है और इस प्रोजेक्ट के लिए नांदगांव पेठ की पंचतारांकित एमआयडीसी व पहले से अस्तित्व में रहनेवाले टेक्सटाईल पार्क के आसपास भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और भूसंपादन की नोटीसें जारी रहने के चलते संबंधित भूमालिकों द्वारा अब जमीन का मुआवजा मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है. लेकिन इसी बीच पता चल रहा है कि, अब इस प्रोजेक्ट को अमरावती की बजाय औरंगाबाद ले जाये जाने की तैयारी शुरू हो गई है. वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता व राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे का इस संदर्भ में दावा है कि, पीएम मित्र योजना के तहत अमरावती में तो मेगा टेक्सटाईल पार्क साकार होगा ही, इसमें कोई संदेह नहीं है, क्योेंकि अमरावती का नाम इस योजना के तहत फाईनल हो चुका है. वहीं अब राज्य सरकार ने आर्थिक व औद्योगिक रूप से पिछडे मराठवाडा क्षेत्र को विकसित करने हेतु औरंगाबाद में भी मेगा टेक्सटाईल पार्क शुरू करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को दिया है. जिसे केंद्र सरकार द्वारा स्वीकार भी कर लिया गया है. यानी अब महाराष्ट्र के अमरावती व औरंगाबाद ऐसे दो शहरों में मेगा टेक्सटाईल पार्क शुरू हो सकते है, क्योंकि विदर्भ व मराठवाडा क्षेत्र में कपास का उत्पादन बडे पैमाने पर होता है और यहां पर पीएम मोदी की ‘फाईव्ह-एफ’ वाली संकल्पना को प्रभावी रूप से साकार किया जा सकता है.
गत रोज पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख द्वारा बाकायदा पत्रवार्ता आयोजीत कर लगाये गये आरोप और इसके कुछ ही देर बाद भाजपा के राज्यसभा सदस्य डॉ. अनिल बोंडे द्वारा मेगा टेक्सटाईल पार्क को लेकर किये गये दावे के चलते अचानक ही शहर सहित जिले में मेगा टेक्सटाईल पार्क का मुद्दा चर्चा में आ गया. साथ ही हर कोई इस प्रकल्प के बारे में जानकारी प्राप्त करने हेतु लालाईत भी दिखाई दिया. ऐसे में हमने इस प्रकल्प के साथ-साथ इसे लेकर स्थानीय स्तर पर हो रही तैयारियों के संदर्भ में आवश्यक जानकारियां जुटाई. जिसके चलते पता चला कि, अमरावती की नांदगांव पेठ पंचतारांकित एमआयडीसी का ही हिस्सा रहनेवाले टेक्सटाईल पार्क के पास ही नया मेगा टेक्सटाईल पार्क स्थापित व विकसित करने की तैयारी की जा रही है. जहां पर एक हजार एकड जमीन के संपादन की प्रक्रिया चल रही है और अब तक करीब 651 एकड जमीन का अधिग्रहण व संपादन हो चुका है. वही प्रकल्प हेतु आवश्यक रहनेवाली शेत जमीन के अधिग्रहण व संपादन की प्रक्रिया अब भी चल रही है. पता यह भी चला है कि, मेगा टेक्सटाईल पार्कवाले शहरों की सूची में अमरावती का नाम अब भी शामिल है. वही औरंगाबाद का नाम फिलहाल प्रस्तावित है. जिसका सीधा मतलब है कि, यह प्रकल्प अमरावती में निश्चित रूप से साकार होने जा रहा है. वहीं अगर केंद्र सरकार एवं केंद्रीय कपडा मंत्रालय द्वारा ‘विशेष मुद्दे’ के तौर पर राज्य सरकार के प्रस्ताव को मंजुरी दी जाती है, तो औरंगाबाद में भी यह प्रकल्प साकार हो सकता है. जानकारों के मुताबिक अमरावती सहित विदर्भ क्षेत्र में कपास का उत्पादन तो बहुतायत में होता ही है, साथ ही यहां का वातावरण भी कपास की गाठों से धागा तैयार करने की प्रक्रिया के लिए बेहद उपयुक्त है. ऐसे में टेक्सटाईल पार्क के लिए अमरावती ही एक बेहतरीन स्थान हो सकता है. यहीं वजह है कि, इससे पहले नांदगांव पेठ की पंचतारांकित एमआयडीसी में शुरू किये गये टेक्सटाईल पार्क को लेकर रेमण्ड, दिग्जाम व सियाराम जैसी विश्वविख्यात कंपनियों ने रूचि दिखाई थी और इस टेक्सटाईल पार्क में अपने यूनिट स्थापित किये थे. वहीं अब एक हजार एकड क्षेत्र में मेगा टेक्सटाईल पार्क साकार होने जा रहा है. जहां पर विभिन्न टेक्सटाईल कंपनियों के यूनिट स्थापित होंगे और इन कारखानों में कपास की गाठों से धागे का निर्माण करने के साथ-साथ ‘फाईव्ह-एफ’ की संकल्पना के तहत कपडे और फैशनेबल वस्त्रों का भी उत्पादन होगा. जिन्हें बिक्री हेतु स्थानीय बाजारों में उपलब्ध कराने के साथ-साथ विदेशी बाजारों में निर्यात हेतु भी भेजा जायेगा. जिसके चलते विदर्भ क्षेत्र के कपास उत्पादक किसानों को स्थानीय स्तर पर ही अपनी कपास के लिए अच्छी-खासी मांग व दरें प्राप्त होगी, ऐसा कहा जा सकता है. हालांकि किसी भी प्रकल्प के आने से पहले राजनीतिक विरोध व समर्थन का दौर शुरू होता ही है. जिसके तहत कुछ समय तक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चलता है और अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेता व पदाधिकारी अपने-अपने दलों की विचारधारा के अनुसार समयानुरूप भूमिका भी अपनाते है. लगभग यही इस समय पीएम मित्र योजना अंतर्गत साकार होने जा रहे मेगा टेक्सटाईल पार्क को लेकर भी हो रहा है.
* क्या है प्रधानमंत्री मित्र योजना 2022
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अनुराग ठाकुर द्वारा प्रधानमंत्री मित्र योजना का शुभारंभ किया गया है. इस योजना के माध्यम से देशभर के विभिन्न राज्यों में साथ में कई एकीकृत कपड़ा क्षेत्र और प्रधान पार्क स्थापित किए जाएंगे. आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से प्रधानमंत्री मित्र योजना 2022 जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि उद्देश्य, पात्रता, लाभ, विशेषताएं, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन की प्रक्रिया आदि स्पष्ट करने जा रहे हैं.
इस योजना की शुरुआत केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अनुराग ठाकुर द्वारा 6 अक्टूबर 2021 को की गई. इस योजना के माध्यम से देश के विभिन्न राज्यों में 7 मेगा टैक्सटाइल पार्क स्थापित किए जाएंगे. सरकार द्वारा आरंभ किए जानेवाले इन पार्कों को ग्रीन फील्ड ग्रीनफील्ड ब्राउनफील्ड साइटों में स्थापित किया जायेगा, जो कि 5-एफ यानी ‘फार्म टू फाइबर टू फैक्ट्री टू फैशन टू फैशन टू फॉरेन’ के विजन को लाने के लिए मदद प्रदान करेगा. केंद्रीय कैबिनेट द्वारा रोजगार पैदा करने और विभिन्न कपड़ा क्षेत्रों के लिए निवेश आकर्षित करने के लिए इस योजना की शुरुआत की है. इस योजना पर करीब 4,445 करोड़ रुपए खर्च करने का निर्णय लिया गया है.
इस योजना की शुरुआत केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अनुराग ठाकुर ने कपड़ा उद्योग में विकास लाने के शुरू की गई है. प्रधानमंत्री मित्र योजना के तहत देश भर में 5 वर्षों विजन लेने के लिए 7 मेगा एकीकृत कपड़ा क्षेत्र और प्रधान पार्क स्थापित करेंगे. इस योजना पर करीब 4,445 करोड़ रुपए खर्च करने का निर्णय लिया गया है.
इस योजना के अंतर्गत 7 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और 14 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष लोगों को रोजगार मिलेगा. प्रधानमंत्री मित्र योजना विभिन्न रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए भिन्न कपड़ा क्षेत्रों के लिए निवेश अप्रत्यक्ष करने में भी मदद प्रदान की जाएगी. इस योजना के माध्यम से विभिन्न राज्य में स्थित ग्रीन फील्ड ऑफ ब्राउनफील्ड साइड में स्थापना के लिए 7 मित्र पार्क स्थापित करना है.
* प्रधानमंत्री मित्र योजना में 7 मेगा एकीकृत वस्त्र क्षेत्र की स्थापना
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के एक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण और भारत को वैश्विक वस्त्र मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करने के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सरकार ने 2021-22 के केंद्रीय बजट में की गई घोषणा के अनुरूप 7 पीएम मित्र पार्कों की स्थापना को स्वीकृति दे दी है. पीएम मित्र योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरे देश में समान सरंचना का विकास करना अनिवार्य है. केंद्रीय मंत्री पीयुष गोयल द्वारा बताया गया कि इस योजना के माध्यम से टेक्सटाइल और गारमेंट के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया जाएगा, जिससे लाखों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.
* मेगा इंटीग्रेटेड टैक्सटाइल एवं अपैरल पार्क की स्थापना
इस योजना की शुरुआत केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अनुराग ठाकुर के द्वारा कैबिनेट मीटिंग के दौरान की गई. केंद्रीय मंत्रीमंडल ने सात मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क की स्थापना करने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी देने पर प्रधानमंत्री ने इसकी सरहना की है. प्रधानमंत्री मित्र योजना के माध्यम से टेक्सटाइल क्षेत्र और अपैरल पार्क मैं विकास लाने के लिए इस योजना को लांच किया गया है. इस योजना के तहत कताई बुनाई प्रसंस्करण रंगाई और कपड़ों की छपाई से मूल्य श्रृंखला ड्राइव के अवसर भी पैदा करेगा.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कपड़ा उद्योग में विकास लाने के लिए मित्र योजना के नाम से एक नई योजना का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री मित्र योजना के तहत एक इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल वैल्यू चेन बनाने का फैसला किया है. केंद्रीय मंत्री द्वारा इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए 4445 करोड़ रुपये का अगले 5 साल के लिए प्रावधान निर्धारित किया गया है. इसके तहत देश में 7 टेक्सटाइल पार्क बनेंगे. इससे 7 लाख लोगों को डायरेक्ट और 14 लाख लोगों को इनडायरेक्ट रोजगार मिलेगा.
* देश में 5-एफ विजन लाया जाएगा
सरकार द्वारा इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देशभर में 5-एफ विजन यानी ‘फार्म टू फाइबर टू फैक्ट्री टू फैशन टू फैशन टू फॉरेन’ के विजन लाया जा सके. प्रधानमंत्री मित्र योजना देश के विभिन्न क्षेत्रों के लिए रोजगार पैदा करेंगे और निवेश आकर्षित करने में भी मदद की जाएगी. जिससे लोगों को काफी लाभ पहुंचेगा. इस महत्वपूर्ण कदम के माध्यम से देश में रोजगार के अवसर पैदा होंगे और क्षेत्र के लिए निवेश आकर्षित करने में काफी मदद प्राप्त होगी.
* रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा
इस योजना के माध्यम से पाक रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद प्रदान की जाएगी. प्रत्येक पार्क लगभग एक लाख प्रत्यक्ष रोजगार और दो लाख प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा कराए जाएंगे. प्रधानमंत्री मित्र योजना के माध्यम से काफी लोगों को रोजगार प्रदान होगा. उनको मदद प्रदान होगी.टेक्सटाइल क्षेत्र में सुधार लाने के लिए इस योजना की स्थापना की गई है. इस योजना के माध्यम से ना केवल दक्षिण क्षेत्र में विकास आएगा, बल्कि रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे लोग अपने पैरों पर खड़े हो सकेंगे.
बॉक्स
* प्रधानमंत्री मित्र पार्क स्थापित करने वाले राज्यों की सूची
– जिन राज्यों ने मित्रा पार्क स्थापित करने में रुचि दिखाई है, उनकी सूची इस प्रकार है :-
महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, असम, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, तेलंगाना.
* इस योजना के तहत लाभ निम्नलिखित हैं
– इस योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा 6 अक्टूबर 2021 को शुरू की गई है.
– केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न राज्यों में 7 मेगा टैक्सटाइल पार्क स्थापित करने के लिए इस योजना का शुभारंभ किया गया है. इस योजना के माध्यम से एकीकृत कपड़ा क्षेत्रों और परिधान पार्क स्थापित करने में मदद प्रदान की जाएगी.
– इस योजना में 5 वर्षों यानी ‘फार्म टू फाइबर टू फैक्ट्री टू फैशन टू फैशन टू फॉरेन’ के विजन को लाने के लिए विभिन्न राज्यों में स्थित हैं.
– इस उद्देश्य के लिए सरकार ने 4,445 करोड़ रुपये के परिव्यय का प्रस्ताव किया है.
– केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न राज्यों में स्थित ग्रीनफील्ड ब्राउनफील्ड साइटों में स्थापित किए जाएंगे.
– सरकार द्वारा इस उद्योगों की लॉजिस्टिक लागत को कम करने में भी मदद प्रदान की जाएगी.
– इस योजना के तहत निर्माण गतिविधियों के लिए 50% क्षेत्र विकसित किया जाएगा और 20% क्षेत्र उपयोगिताओं के लिए और 10% वाणिज्यिक विकास के लिए उपयोग किया जाएगा.
– यह पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं को प्राप्त करके और लाखों लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करके कपड़ा उद्योगों की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने में मदद करेगा.
– प्रधानमंत्री मित्र योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि रोजगार के अवसर पैदा करना और विभिन्न कपड़ा अभिनेताओं के लिए निवेश आकर्षित करना है.
– इस योजना के तहत लगभग 10 राज्यों ने मित्र पार्क स्थापित करने में रुचि दिखाई है.
* प्रधानमंत्री मित्र योजना की विशेषताएं
– केंद्रीय सरकार द्वारा की गई इस योजना की विशेषताएं को इस प्रकार है :-
– इस योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा 6 अक्टूबर 2021 को एक नई योजना की शुरुआत की गई है.
– देश भर में 7 मेगा एकीकृत कपड़ा क्षेत्र और परिधान पार्क स्थापित करने में मदद की जाएगी.
– इस योजना में 5 वर्षों यानी ‘फार्म टू फाइबर टू फैक्ट्री टू फैशन टू फैशन टू फॉरेन’ के विजन को लाने के लिए विभिन्न राज्यों में स्थित हैं.
– इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि रोजगार के अवसर पैदा करना और विभिन्न कपड़ा अभिनेताओं के लिए निवेश आकर्षित करना है.
– सरकार द्वारा इस उद्योगों की लॉजिस्टिक लागत को कम करने में भी मदद प्रदान की जाएगी.
– इस योजना के माध्यम से सरकार ने लाखों लोगों के लिए एक करोड़ प्रीति यश रोजगार और प्रत्येक मेगा टेक्सटाईल पार्क के जरिये एक लाख प्रत्यक्ष रोजगार और दो लाख अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करने की योजना तैयार की है.

Related Articles

Back to top button