रिपोर्ट विरोध में रहने के बावजूद बागरी पर कार्रवाई क्यों नहीं?
शिवसेना शहर प्रमुख आशीष ठाकरे ने आरटीओ गिते से मांगा जवाब
अमरावती/दि.6– अपनी सेवा पुस्तिका पर जन्मतिथि में छेडछाड कर दो साल अतिरिक्त शासकीय सेवा में रहनेवाले उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी राजू बागडे उर्फ बागरी उर्फ वर्धेकर के खिलाफ रिपोर्ट यहां के कार्यालय में प्रस्तुत की है. फिर भी अब तक बागरी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई? ऐसा सवाल शिवसेना (शिंदे गुट) के शहर प्रमुख आशीष ठाकरे ने प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राजाभाऊ गिते से करते हुए जवाब मांगा है.
शुक्रवार 5 अप्रैल को शिवसैनिको ने आरटीओ कार्यालय पहुंचकर प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राजाभाऊ गिते से मुलाकात की. आशीष ठाकरे ने आरटीओ गिते से कहा कि, उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी राजू बागरी प्रकरण में आरटीओ विभाग की बदनामी हो रही है. यह विभाग मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास रहने से उनका कर्तव्य है कि, इस प्रकरण में क्या चल रहा है. कार्यालय द्वारा बागरी का परिवहन आयुक्तालय भेजा गया रिपोर्ट उनके खिलाफ रहने के बावजूद उन पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? ऐसा सवाल भी उपस्थित किया गया. तब आरटीओ गिते ने कहा कि, उन्होेंने परिवहन आयुक्तालय व मंत्रालय के अवर सचिव को रिपोर्ट भेजी है. इस कारण उन्हें कोई निर्णय लेने का अधिकार नहीं है. जो कुछ निर्णय होगा वह वरिष्ठ स्तर पर होगा. इस पर कार्रवाई करना यह वरिष्ठ तय करेगे. शिवसैनिको के प्रतिनिधि मंडल में आशीष ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना उपशहर प्रमुख शैलेश सूर्यवंशी, राजेश गेडाम, अतुल परतेकी, युवा सेना उपजिला प्रमुख रुद्रेश पाटिल, उपशहर प्रमुख सूरज बरडे, शिवसेना प्रभाग प्रमुख चेतन कट्यारमल, शिवसेना प्रभाग प्रमुख शुभम साबले, यश गट्टाणी, श्रेयस इंगले, शाखा प्रमुख अक्षय सरोदे, कार्तिक यादव, आकाश खडसे, करण पटके, गोविंदा ठाकरे, ऋषभ रताले, राजेश गेडाम, नीलेश भोयर, गौरव सावरकर आदि का समावेश था.