अमरावती

हमारे विवाह की गड़बड़ किसलिए? हमें पढ़ने दो

बच्चे लिखेंगे माता-पिता को पत्र

यवतमाल/दि.13 विश्व कितना भी आगे गया तो भी बाल विवाह समस्या समाप्त नहीं हुई है. इसी कारण अब जिला परिषद ने अनोखा उपक्रम शुरु किया है. ‘ हमारे विवाह की गड़बड़ क्यों करते हो, हमें अभी पढ़ने दो’ ऐसा कहते हुए बच्चों को ही माता-पिता को पत्र लिखने का उपक्रम शुरु हुआ है. विशेष यानि मंगलवार को इसकी शुरुआत भी की गई.
कोरोना काल से जिले में बाल विवाह की घटनाएं प्रकाश में आयी है. महिला व बालविकास विभाग, जिला बाल संरक्षण कक्ष आदि ने इस पर समय-समय पर कार्रवाई भी की. अब घर-घर इस बाबत जनजागरण होने के लिए जिला परिषद ने विद्यार्थियों के माध्यम से जनजागरण उपक्रम शुरु किया है. मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मैनाक घोष की संकल्पना से इस पत्रलेखन उपक्रम का जन्म हुआ तथा प्राथमिक शिक्षणाधिकारी किशोर पागोरे ने मंगलवार को सभी गट शिक्षणाधिकारियों को इस बाबत लिखित आदेश दिए हैं. ‘माता-पिता को पत्र लिखना’ उपक्रम प्रत्येक शाला को चलाने के आदेश है.
पत्र में क्या-क्या रहेगा?
– सक्षम व सुदृढ़ पीढ़ी के लिए कम आयु में विवाह न करें.
– कम आयु के विवाह के कारण शिक्षण का अवसर नहीं रहता.
– विशेषकर युवतियों की शिक्षा पर रोक लगती है.
– हमें पढ़ने दो, पढ़कर समृद्ध होने दो.
– हमें देश का मजबूत स्तंभ बनने दो.
– उसके बाद हमारा विवाह करो.
पोस्टकार्ड के जरिए दिया जाएगा पालकों को संदेश
सादे पोस्टकार्ड के जरिए बालविवाह रोकने का संदेश विद्यार्थी पालकों को देंगे. प्रत्येक तहसील में एक विद्यार्थी और एक छात्रा का इसी तरह का संदेश देेने वाली वीडीओ क्लीप तंत्र स्नेही शिक्षकों के माध्यम से तैयार किया जाएगा. उसे तारे जमीं पर, आशाये, उड़ाणा आदि गीतों को जोड़कर प्रभावी रुप से जनजागरण का प्रयास किया जाएगा.
– किशोर पागोरे, शिक्षणाधिकारी.

 

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