अमरावती

जज लोया की हत्या पर समाज चुप क्यों?

पत्रकार निरंजन टकले को आम्ही सारे कार्यकर्ता पुरस्कार

* नागरी समाज सुविधाजनक भूमिका से परे हों
अमरावती/दि.14– आम्ही सारे कार्यकर्ता पुरस्कार से सम्मानित खोजी पत्रकारिता करने वाले निरंजन टकले ने इस बात का पुनरुच्चार किया कि हाईकोर्ट के जज लोया का खून हुआ था. इस हत्या के पीछे सत्ताधारी महाशक्ति होने का भी आरोप उन्होंने किया.न्यायाधीश लोया की हत्या होने पर भी यहीं नागरी समाज चुप रहा. नागरी समाज को निर्भया प्रकरण में खूब आवाज उठाते देखा, वहीं समाज लोया प्रकरण में चुप्पी साध गया. यह दोहरी भूमिका समर्थनीय कैसे हो सकती है?
पत्रकार टकले शनिवार को यहां आम्ही सारे कार्यकर्ता पुरस्कार समारोह में बोल रहे थे. अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार चंद्रकांत वानखडे ने की. पत्रकार सचिन परब, प्रमोद चिंचूवार, बबन नाखले, डॉ. आशीष लोहे, शरद वानखडे, रामजी लोहट, बालासाहब जगताप, महेबूब कोरबू, पांडुरंग वेलनकर आदि उपस्थित थे.
वानखडे के हस्ते टकले को आम्ही सारे कार्यकर्ता पुरस्कार के रुप मेंं 1 लाख रुपए का धनादेश और शाल देकर गौरव किया गया. टकले ने अपने संबोधन में संघ पर ही हमला किया. उन्होंने कहा कि संविधान के नैतिक मूल्यों के जतन हेतु हमें बड़ी कीमत अदा करने की तैयारी रखनी होगी. देश में प्रत्येकनागरिक ने निडर होकर संविधान के शाश्वत मूल्यों हेतु आग्रह रखना चाहिए. टकले ने आरोप लगाया कि देश के मौजूदा सत्ताधारी देश और युवा पीढ़ी को विज्ञाननिष्ठ मार्ग से परे ले जा रहे हैं. 2014 के बाद देश में अभिव्यक्ति स्वतंत्रता पर बंधन आ गये हैं. प्रसार माध्यम उसके जीते जागते उदाहरण है. पत्रकारों को किसी भी प्रकार के दबाव-प्रभाव से परे रहकर अपना कार्य निष्ठापूर्वक करने की सलाह भी टकले ने दी. जो लोग निष्ठा से अपना कर्तव्य निभा रहे हैं, ऐसे लोगों के साथ मजबूती से खड़े रहना भी समाज की जिम्मेदारी है. संचालन और आभार प्रदर्शन नितिन ठाकरे ने किया.

Related Articles

Back to top button