अमरावती

सर्दी खांसी के लिए दवाई क्यों लेना ?

अमरावती / दि. 9– वातावरण के बदलाव के कारण तबियत पर परिणाम होता है. इस कालावधि में संक्रामक बीमारी बढती है. इसमें सर्दी, खांसी, बुखार आदि बीमारी होती है. कुछ मरीजों में 3 से 4 दिनों बाद अपने आप कम हो जाती है. लेकिन डॉक्टरों के कहे मुताबिक किसी भी बीमारी की अनदेखी करना उचित नहीं है. यदि मरीजों को बीपी, शुगर की परेशानी हो तो उन्हे तत्काल उपचार लेना आवश्यक है.

* इस कारण 3-4 दिन इंतजार करें
– कई बार काफी ठंडे पदार्थ खाने से, ठंड अथवा बारिश में घुमने से तथा वातावरण में बदलाव होने पर सर्दी होती है. इसके लिए कुछ परहेज करे तो सर्दी एक- दो दिन में कम होती है.
– ठंड और वातावरण के हुए बदलाव के कारण खांसी की बीमारी भी हो सकती है. लेकिन खांसी की तरफ दो से तीन दिन से ज्यादा अनदेखी नहीं करनी चाहिए, ऐसी सलाह डॉक्टर देते है. े
– वातावरण के बदलाव के कारण अथवा अनेक बार अथक परिश्रम के कारण बुखार आ सकता है. इस कारण बुखार कम न होने पर डॉक्टर को दिखाना आवश्यक रहता है.

* वर्ना डॉक्टर को दिखाएं
– बुखार कम रहा तो आराम करने के बाद कम होता है. लेकिन तीन दिन के बाद भी बुखार अधिक रहा तो डॉक्टरों को दिखाए.
– खांसी और गले में खराश बढने पर तत्काल डॉक्टर से उपचार करें.
– सर्दी दो अथवा तीन दिनों के बाद भी कम नहीं हुई तो उचित उपचार करने के लिए डॉक्टर को दिखाए.

* वायरल बीमारी आराम से ठीक होती है
-वायरल बीमारी एक दो दिन के आराम से ठीक होती है. कुछ बीमारी दो तीन दिन में ही ठीक होती है. बीमारी की अनदेखी न करें. घर में बीपी,शुगर की परेशानी रहनेवाले मरीजों को तत्काल डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
डॉ. प्रीती मोरे, फिजीशियन

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